हबीब तनवीर के लिए नाटक खुराक और रंगमंच उनका घर था। उन्होंने रंगमंच को आम आदमी के लिए खेला ,खोला, और रंगमंच पर आम लोगों की भागादारी सुनिश्चित की । उन्होंने अपने नाटकों के लिए लोक की समृद्ध परम्परा को माध्यम बनाया। उन्होंने थिएटर को एक नई दिशा व अर्थ दिए । बुर्जुआई थिएटर परम्परा […]
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