कई दशकों से लोगों के दिलों पर राज करने वाली स्लवरकोकिला , भारत रत्न लता मंगेशकर ने 6 फरवरी 2022 सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर अंतिम सांस ली और रविवार शाम 7 बजकर 16 मिनट पर उन्हें मुखाग्नि दी गई। कोरोना और निमोनिया से 29 दिन लड़ीं, लेकिन अंततः हार गई। वे 92साल की थीं ।उनका अंतिम संस्कार मुंबई के शिवाजी पार्क में किया गया। मुखाग्नि भतीजे आदित्य ने दी, साथ में भाई हृदयनाथ मंगेशकर और लता ताई की बहनें उषा, आशा और मीना भी मौजूद थीं।
अंतिम यात्रा में शामिल हुए हजारों लोग
इससे पहले, सेना के जवान लता जी के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर घर से बाहर लाए। इसके बाद आर्मी, नेवी, एयरफोर्स और महाराष्ट्र पुलिस के जवानों ने उनकी अर्थी को कंधा दिया। उनका पार्थिव शरीर फूलों से सजे सेना के ट्रक में रखकर शिवाजी पार्क ले जाया गया। मुंबई के हजारों लोग लता ताई को अंतिम विदाई देने सड़कों पर उतर आए।
दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित
लता जी के निधन पर 2 दिन का राष्ट्रीय शोक रहेगा, यानी देशभर में झंडा आधा झुका रहेगा और किसी भी तरह के जश्न का कार्यक्रम नहीं होगा। महाराष्ट्र सरकार ने लताजी के सम्मान में सोमवार की सार्वजनिक छुट्टी और तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने सोमवार को आधे दिन की छुट्टी घोषित कर दी गई है।छत्तीसगढ़ में भी राष्टर्ीय शोक की घोषणा की गई है। देश के तमाम बडें नेताओं, कलाकारों सहित विश्व भर से संवेदना और श्रद्धांजली अर्जित करने का सिलसिला जारी है।