मोहित कुमार उपाध्याय पर्यावरण संरक्षण के प्रति चिंता प्रकट करते हुए महात्मा गांधी ने कहा हैं कि पृथ्वी प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता को पूरा कर सकती हैं परन्तु किसी भी एक व्यक्ति के लालच को पूरा नहीं कर सकती। यह विधि की विडंबना ही हैं कि आधुनिक समय में, प्रकृति के सर्वश्रेष्ठ जीव की रचना…
मोदी सरकार की नीतियों के कारण क्या होगा गाँव और शहर की अर्थव्यवस्था का हाल। इस वीडियो में बता कहे हैं वरिष्ठ पत्रकार ऑनिंद्यो चक्रवर्ती – नीचे दी गई लिंकपर जाकर सुन सकते हैं – https://www.youtube.com/watch?v=OZrVoMKmSDA&feature=youtu.be (सौज न्यूज़क्लिक)
पुलकित भारद्वाज एक अंग्रेज अफ़सर ने लक्ष्मीबाई के बारे में लिखा था, ‘वो बहुत ही अद्भुत और बहादुर महिला थी. यह हमारी खुशकिस्मती थी कि उसके पास उसी के जैसे आदमी नहीं थे’ 15 मार्च 1854. गोधूलि बेला में झांसी का सफेद शाही हाथी घुड़सवार दस्तों के साथ राजमहल की तरफ बढ़ रहा था. आमतौर…
मानवाधिकार संस्था ह्यूमन राइट्स वॉच की दक्षिण एशिया निदेशक मीनाक्षी गांगुली ने कहा, “भारत सरकार ने राष्ट्रव्यापी कोविड-19 लॉकडाउन का इस्तेमाल कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने, असहमति को दबाने और भेदभावपूर्ण नीतियों के खिलाफ संभावित विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए किया है। पुलिस उत्पीड़न के पिछले मामलों को संबोधित करने के बजाय, मालूम पड़ता है…
हरवीर सिंह केंद्र सरकार ने हाल में किसानों के उत्पादों की मार्केटिंग के लिए आर्थिक उदारीकरण की दिशा में तीन बड़े सुधार किए हैं। इनमें दो सुधारों के लिए पांच जून को राष्ट्रपति ने अध्यादेश जारी किए, क्योंकि इन फैसलों को कानूनी शक्ल देने के लिए सरकार संसद के सत्र का इंतजार नहीं करना चाहती…
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