दिल्ली । साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में कार्यरत संस्थान ’स्वयं प्रकाश स्मृति न्यास’ ने सुप्रसिद्ध साहित्यकार स्वयं प्रकाश की स्मृति में दिए जाने वाले वार्षिक सम्मान की घोषणा कर दी है। न्यास के अध्यक्ष प्रो मोहन श्रोत्रिय ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के इस सम्मान में इस बार कहानी विधा के लिए सुपरिचित कथाकार […]
Read Moreनई दिल्ली । ‘भारतीय साहित्य की अवधारणा भारत से जुड़ी है । भारत एक बहुनस्लीय, बहुधर्मी तथा बहुभाषी देश है । भारतीय साहित्य के संबंध सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार पाकिस्तान, बांग्लादेश, चीन, तिब्बत तथा दक्षिणी एशिया से भी जुड़े हैं ।’ उक्त विचार हिंदी के सुपरिचित आलोचक एवं काशी […]
Read Moreचित्तौड़गढ़। हिंदी साहित्य के अतीत और वर्तमान को पहचानने और विश्लेषित करने की कोई भी कोशिश, लघु-पत्रिकाओं की दुनिया पर नजर डाले बिना, पूरी नहीं हो सकती। युवा अध्येता और दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी के सहायक आचार्य डॉ राजीव रंजन गिरि ने कहा कि छोटे छोटे शहरों-कस्बों से निकलती रहीं लघु पत्रिकाओं ने साहित्य के […]
Read More– हरनाम सिंह और विनीत तिवारी सन 1947 में हम आजाद जरूर हुए लेकिन अंग्रेजी साम्राज्यवाद और दुनिया के साम्राज्यवाद ने अप्रत्यक्ष तरह से शुरू से ही हम पर और हमारी विदेश नीति पर यह दबाव बनाए रखा कि कहीं हम सही अर्थों में लोकतांत्रिक और समाजवादी देश न बन जाएँ। नेहरू के युग और […]
Read Moreइप्टा ने अपने संस्थापक सदस्य ख्वाजा अहमद अब्बास की फिल्मों के तत्कालीन और वर्तमान संदर्भों के बीच सेतु बनाने के लिए पाँच कड़ियों में उनकी छह फिल्मों पर विशेषज्ञों के साथ ऑनलाइन चर्चा आयोजित की। इसकी पाँचवीं और अंतिम कड़ी में इप्टा की पहली फिल्म ‘धरती के लाल’ पर केंद्रित परिचर्चा का ऑनलाइन आयोजन हुआ। […]
Read Moreवरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह, पहुंची दिल्ली के नांगल गांव में 9 साल की दलित बच्ची के साथ हुई बर्बर हिंसा के विरोध में चल रहे विरोध प्रदर्शन में, जिसे हटाने के लिए दिल्ली पुलिस दबाव बना रही है। वाल्मीकि समाज की बच्ची के साथ कथित तौर पर बलात्कार और फिर लाश को जलाने की बर्बर […]
Read Moreदिल्ली। ‘हम भी इस घृणा, नफरत, छोटेपन और ओछेपन से बाहर निकल आएंगे और हम उस सफर को जारी रख सकेंगे जो मनुष्यता का सच्चा सफर है। किन्तु प्रेमचंद की बातों को याद रखें कि इंसान होने का भरपूर आनंद तभी ले पाएंगे जब यह आनंद समूचे समाज और समूह को मिले।’ महान कथाकार प्रेमचंद […]
Read Moreप्रेमचंद की 141 वीं जयंती पर उनके गांव लमही में दीपावली मनाने की तैयारी है। लगभग 51 सौ दीयों से जयंती की शाम प्रेमचंद का लमही गांव जगमग होगा। प्रेमचंद के आवास स्मारक और शोध केंद्र को दीपों से सजाया जाएगा।लमही महोत्सव-2021 के आयोजन की जिम्मेदारी इस बार पुरातत्व विभाग को सौंपी गई है। प्रेमचंद […]
Read More“हिना” फिल्म इंसानियत को बयां करती दो दिलों की प्रेम कहानी है. इसमें प्रेम, इंसानियत के मूल्यों के साथ जी रहे आमलोगों की जिंदगी में मचने वाली खलबली है जो सियासत ने सरहद की लकीरें खींच कर उठाई है. ख़्वाजा अहमद अब्बास की जिंदगी का भी ये सवाल था कि चाँद को चन्द्रमा कहने से […]
Read Moreभारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) की केंद्रीय इकाई द्वारा ख़्वाजा अहमद अब्बास के रचनाकर्म पर केंद्रित कार्यक्रमों की तीसरी कड़ी में “हिना” फिल्म के ज़रिये अब्बास साहब की चिंताओं और उनके सरोकारों पर एक ज़ूम मीटिंग आयोजित की गयी जिसका फेसबुक पर इसका प्रीमियर 27 जुलाई 2021 की रात 8 बजे से 9.30 बजे तक […]
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