विमर्श

मुर्मू की नियुक्ति सीएजी कार्यालय में नाराज़गी का कारण बन गई है

August 11, 2020

परन्जॉय गुहा ठाकुरता – जी सी मुर्मू के भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक के तौर पर नियुक्ति ने इस संवैधानिक प्राधिकार में मौजूद उच्च विभागों के क्रम को कुछ हद तक बिखेर देने का काम किया है। कई लोग इसे राजनीतिक नियुक्ति के तौर पर देख रहे हैं जिसमें उन्हें प्रधानमंत्री के साथ की […]

Read More

भारतीय संविधान का जश्न मनाओ, रौशन करो और उसकी रक्षा करो

August 8, 2020

अबान रज़ा इस संविधान में भारत के विचार को औपचारिक रूप दिया गया था और इसका उद्देश्य प्रगति का होना था। एक असाधारण दस्तावेज़ जिस पर ग़ैर-काल्पनिक ढंग से हमले किए गए और इसके बचाव में सबको कूदना पड़ा, क्योंकि इसे बचाने की ज़िम्मेदारी हम में से हर एक की है। 5 अगस्त को भारतीय […]

Read More

कोरोना: महामारी को धर्म से जोड़ने का इतिहास

August 6, 2020

 अनिल चमड़िया अंग्रेजी शासनकाल में बाल गंगाघर तिलक ने जिस तरह से प्लेग को धर्म से जोड़ा था वैसा ही कुछ हम आज कोरोना के मामले में देख रहे हैं.  कोरोना पहली ऐसी महामारी नहीं है जब उसके बहाने साम्प्रदायिकता का माहौल बनाया गया हो. एक सौ चौबीस साल पहले प्लेग के बहाने साम्प्रदायिकता […]

Read More

राजनीति का समाजशास्त्रीय अध्ययन—प्रभाकर चौबे

June 21, 2020

प्रभाकर चौबे—( 1 अक्टूबर 1935- 21 जून 2018) : आज सुप्रसिद्ध वरिष्ठ साहित्यकार व संपादक रहे प्रभाकर चौबे की दूसरी बरसी है……वे अंतिम समय तक लगातार बौद्धिक रूप से सजग व सक्रिय रहे । मृत्यु के ठीक 3 दिन पूर्व 18 जून 2018 को उनका अंतिम नियमित आलेख प्रकाशित हुआ था। यह आलेख आज भी […]

Read More

हे विदूषक तुम मेरे प्रियः प्रभाकर चौबे 12 वीं कड़ी – विदूषक की पदोन्नति हुई

June 20, 2020

सुप्रसिद्ध साहित्यकार,प्रतिष्ठित व्यंग्यकार व संपादक रहे श्री प्रभाकर चौबे लगभग 6 दशकों तक अपनी लेखनी से लोकशिक्षण का कार्य करते रहे । उनके व्यंग्य लेखन का ,उनके व्यंग्य उपन्यास, उपन्यास, कविताओं एवं ससामयिक विषयों पर लिखे गए लेखों के संकलन बहुत कम ही प्रकाशित हो पाए । हमारी कोशिश जारी है कि हम उनके समग्र लेखन को प्रकाशित कर सकें […]

Read More

हे विदूषक तुम मेरे प्रियः प्रभाकर चौबे 11 वीं कड़ी – गंदगी भगाने विदूषक का सुझाव

June 19, 2020

सुप्रसिद्ध साहित्यकार,प्रतिष्ठित व्यंग्यकार व संपादक रहे श्री प्रभाकर चौबे लगभग 6 दशकों तक अपनी लेखनी से लोकशिक्षण का कार्य करते रहे । उनके व्यंग्य लेखन का ,उनके व्यंग्य उपन्यास, उपन्यास, कविताओं एवं ससामयिक विषयों पर लिखे गए लेखों के संकलन बहुत कम ही प्रकाशित हो पाए । हमारी कोशिश जारी है कि हम उनके समग्र लेखन को प्रकाशित कर सकें […]

Read More

हे विदूषक तुम मेरे प्रियः प्रभाकर चौबे 10 वीं कड़ी – नाक रगड़ने पर बौध्दिक चर्चा

June 17, 2020

सुप्रसिद्ध साहित्यकार,प्रतिष्ठित व्यंग्यकार व संपादक रहे श्री प्रभाकर चौबे लगभग 6 दशकों तक अपनी लेखनी से लोकशिक्षण का कार्य करते रहे । उनके व्यंग्य लेखन का ,उनके व्यंग्य उपन्यास, उपन्यास, कविताओं एवं ससामयिक विषयों पर लिखे गए लेखों के संकलन बहुत कम ही प्रकाशित हो पाए । हमारी कोशिश जारी है कि हम उनके समग्र लेखन को प्रकाशित कर सकें […]

Read More

हे विदूषक तुम मेरे प्रियः प्रभाकर चौबे 9 वीं कड़ी – मानसिक साक्षरता का अर्थ

May 26, 2020

सुप्रसिद्ध साहित्यकार,प्रतिष्ठित व्यंग्यकार व संपादक रहे श्री प्रभाकर चौबे लगभग 6 दशकों तक अपनी लेखनी से लोकशिक्षण का कार्य करते रहे । उनके व्यंग्य लेखन का ,उनके व्यंग्य उपन्यास, उपन्यास, कविताओं एवं ससामयिक विषयों पर लिखे गए लेखों के संकलन बहुत कम ही प्रकाशित हो पाए । हमारी कोशिश जारी है कि हम उनके समग्र लेखन को प्रकाशित कर सकें […]

Read More

हे विदूषक तुम मेरे प्रियः प्रभाकर चौबे 8 वीं कड़ी – घूसखोरी नहीं सेवाखोरी है यह

May 19, 2020

सुप्रसिद्ध साहित्यकार,प्रतिष्ठित व्यंग्यकार व संपादक रहे श्री प्रभाकर चौबे लगभग 6 दशकों तक अपनी लेखनी से लोकशिक्षण का कार्य करते रहे । उनके व्यंग्य लेखन का ,उनके व्यंग्य उपन्यास, उपन्यास, कविताओं एवं ससामयिक विषयों पर लिखे गए लेखों के संकलन बहुत कम ही प्रकाशित हो पाए । हमारी कोशिश जारी है कि हम उनके समग्र लेखन को प्रकाशित कर सकें […]

Read More

हे विदूषक तुम मेरे प्रियः 7वीं कड़ी- महँगाई पर विदूषक की रायः प्रभाकर चौबे

May 16, 2020

सुप्रसिद्ध साहित्यकार,प्रतिष्ठित व्यंग्यकार व संपादक रहे श्री प्रभाकर चौबे लगभग 6 दशकों तक अपनी लेखनी से लोकशिक्षण का कार्य करते रहे । उनके व्यंग्य लेखन का ,उनके व्यंग्य उपन्यास, उपन्यास, कविताओं एवं ससामयिक विषयों पर लिखे गए लेखों के संकलन बहुत कम ही प्रकाशित हो पाए । हमारी कोशिश जारी है कि हम उनके समग्र लेखन को प्रकाशित कर सकें […]

Read More