बांग्लादेश के निर्माण के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कह कर सबको हैरान कर दिया कि ढाका की मुक्ति के सत्याग्रह में उन्होंने हिस्सा लिया था और इसके लिए वह जेल भी गए थे। हालाँकि प्रधानमंत्री के इस दावे पर भारत में लगातार सवाल खड़े होने शुरू […]
Read Moreव्यंग्य में प्रभाकर चौबे एक सुपरिचित और प्रतिष्ठित नाम रहा है। देश के प्रतिष्ठित व्यंग्यकार, सुप्रसिद्ध साहित्यकार व संपादक रहे श्री प्रभाकर चौबे लगभग 6 दशकों तक अपनी लेखनी से लोकशिक्षण का कार्य करते रहे । लगभग 25 वर्षों तक देशबंधु समाचार पत्र में उनका नियमित व्यंग्य कॉलम “हंसते हैं रोते हैं ”प्रकाशित होता रहा।आज होली के अवसर […]
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