आलेख

फ़ैसल खान की गिरफ़्तारी साझा संस्कृति के नये नारे की जरूरत को रेखांकित करती है- सुभाष गाताडे

November 8, 2020

कैसे कैसे मंज़र सामने आने लगे हैंगाते गाते लोग चिल्लाने लगे हैं अब तो इस तालाब का पानी बदल दो यहां के फूल अब कुम्हलाने लगे हैं — दुष्यंत कुमार सत्तर के दशक के मध्य में गुज़र गए जाने-माने कवि और गज़लकार दुष्यंत की यह रचना नए सिरे से मौजूं हो उठी है। ताज़ा मसला चर्चित […]

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बिहार: बीजेपी के लिए नीतीश कुमार की उपयोगिता ख़त्म? – आशुतोष

October 29, 2020

ज़मीन पर बीजेपी के कार्यकर्ता जमकर नीतीश को कोस रहे हैं और उनका साथ दे रहे हैं अपने सीने में मोदी की मूर्ति लेकर घूमने का दावा करने वाले चिराग पासवान। चिराग को अगर एक फ़ोन मोदी या अमित शाह का चला जाता तो वह नीतीश के ख़िलाफ़ बोलना बंद कर देते। लेकिन न केवल […]

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कितना ही गंभीर धार्मिक अपमान ‘क्यों न हो, हिंसा जायज़ नहीं’ – अपूर्वानंद

October 27, 2020

फ्रांस में की गई शिक्षक की हत्या का धार्मिक दूषण वाले क़ानून से क्या रिश्ता? वक्ताओं की चिंता यह थी कि चूँकि इस्लामी देश धार्मिक दूषण के लिए मृत्यु दंड की सज़ा रखते हैं, एक आम मुसलमान इसे उचित दंड मान सकता है। जहाँ सरकार यह न कर रही हो, वह ख़ुद को ही धर्म का मुहाफिज […]

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नरेंद्र मोदी, डोनाल्ड ट्रंप और बोरिस जॉनसन में जितनी समानताएं हैं उससे ज्यादा असमानताएं हैं – रामचंद्र गुहा

October 27, 2020

दुनिया के सबसे विशाल, समृद्ध और प्राचीन लोकतंत्रों की कमान थामे नरेंद्र मोदी, डोनाल्ड ट्रंप और बोरिस जॉनसन कुछ मायनों में एक जैसे हैं तो कुछ में जुदा अपने वैचारिक सपने को साकार करने के लिए नरेंद्र मोदी के पास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है जिसकी संगठनात्मक ताकत और संसाधन जुटाने की क्षमता अमेरिका या ब्रिटेन […]

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गणेशशंकर विद्यार्थी का हिंदू राष्ट्र को खारिज करना किसी दूसरे धर्म का तुष्टिकरण नहीं था

October 26, 2020

हेमंत कुमार पाण्डेय गणेशशंकर विद्यार्थी का मानना था कि अच्छे आचरण वाले नास्तिकों का दर्जा धर्म के नाम पर दूसरे की आजादी रौंदने और उत्पात मचाने वालों से ऊंचा है ‘मैं हिन्दू-मुसलमान झगड़े की मूल वजह चुनाव को समझता हूं. चुने जाने के बाद आदमी देश और जनता के काम का नहीं रहता.’ विख्यात पत्रकार […]

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मुसलमानों पर मोहन भागवत के बयान और दशहरे पर देवबंद दौरे की संभावना में छुपे सूत्र

October 21, 2020

तौसीफ़ क़ुरैशी दशहरे के क़रीब या उसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत देश दुनिया में अपनी पहचान इस्लामिक नगरी के रूप रखने वाले दारूल उलूम देवबन्द का दौरा कर सकते हैं जहां उनकी मुलाक़ात इस्लामिक विद्वानों से होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। हिन्दुस्तान में ही नही दुनियां में दारूल […]

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थाईलैंड के सबसे प्रतिष्ठित बौद्ध मंदिर की दीवारों पर रामायण के चित्रों की कहानी क्या है?

October 20, 2020

वाट फ्रा काएव या ‘हरित बुद्ध मंदिर’ थाईलैंड में बौद्ध धर्मावलंबियों का सबसे प्रतिष्ठित तीर्थ स्थान है. लेकिन परिसर को घेरने वाली बाहर की दीवार आस्था के साथ-साथ किसी भी भारतीय के लिए हैरानी का विषय बन सकती है. इस पूरी दीवार पर रामायण का चित्रांकन है.  मंदिर के चारों ओर बनी दीवार पर चित्रों […]

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प्रेम के अधिकार के लिए सामाजिक संवेदना का अभियान चलाना होगा- अपूर्वानंद

October 19, 2020

दूसरे धर्म की लड़की हो, तो उससे प्रेम के नाम पर उसे अपने में मिला लेना बुरा नहीं। हाँ! अपने धर्म की लड़की नहीं जानी चाहिए। यह एक आम समझ है और आज से नहीं, अनेक दशकों से इस देश में लोगों के दिल दिमाग़ों को इसने इसी तरह विकृत कर दिया है।+ जब तनिष्क […]

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क्या देश को राज्यपालों की जरूरत है?

October 17, 2020

विकास बहुगुणा भगत सिंह कोश्यारी की एक चिट्ठी के बाद यह बहस फिर से छिड़ गई है कि क्या राज्यपाल नाम की संस्था उन उम्मीदों को पूरा कर रही है जिनकी उससे अपेक्षा की गई थी. राज्यपालों पर इस तरह के आरोप अब इतने आम हो चुके हैं कि इनसे कोई चौंकता नहीं है. कभी […]

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अकबर के नाम के साथ ‘महान’ लगाना चाहिए या नहीं?

October 15, 2020

अनुराग भारद्वाज  दीन-ए-इलाही के ज़रिये अकबर हिंदुस्तान की अवाम को हर धर्म को साथ लेकर चलने वाले मजहब में पिरोना चाहता था. इसे हमारा पहला यूनिफॉर्म सिविल कोड भी कह सकते हैं जो बात अकबर को बाकी मुसलमान सुल्तानों से अलग करती है वह है उसका इस्लाम और बाक़ी धर्मों के प्रति नज़रिया.  कुछ […]

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