विमर्श

आउशवित्स यातना शिविर: 75वीं वर्षगांठ पर नस्लवादी सोच कुचलने की अपील

January 28, 2020

27 जनवरी 1945 को सोवियत सैनिकों ने आउशवित्स यातना शिविर को आजाद कराया था. लेकिन इससे पहले वहां अनुमानित दस लाख लोगों की हत्या हुई, उनमें से ज्यादातर यहूदी थे. कैंप को आजाद कराए जाने के दिन वहां सोवियत सैनिकों को सात हजार लोग मिले थे. इनमें से ज्यादातर कुछ समय बाद ही भूख, बीमारी […]

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लोकतंत्र सूचकांक: भारत 13 साल में सबसे निचले स्तर पर पहुंचा

January 24, 2020

लोकतंत्र सूचकांक में भारत 10 नंबर गिरकर 165 देशों की सूची में 51वें स्थान पर पहुंच गया है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना, एनआरसी और सीएए के चलते भारत की लोकतंत्र सूचकांक में रैकिंग गिरी है. इस सूचकांक के मुताबिक 2019 में नॉर्वे 9.87 स्कोर के साथ पहले पायदान पर रहा. यह वैश्विक सूची 165 […]

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कश्मीर का प्रायोजित दौरा और झूठ का भूमंडलीकरण

December 6, 2019

इटली, फ्रांस और यूरोप के कई देशों की पार्लियामेंट के चुनिंदा और आम तौर पर दक्षिण-धुर दक्षिणपंथी सदस्यों का जो समूह कश्मीर के दौरे पर पहुंचा है, वह यूरोपीय संघ का संसदीय प्रतिनिधिमंडल नहीं है। उसके ईयू के डेलेगेशन होने की बात उतनी ही झूठ है, जितनी पिछले मार्च में सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे […]

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मुक्तिबोधः पत्रकारिता के प्रगतिशील प्रतिमान —-जीवेश प्रभाकर

December 6, 2019

एक बात जो उनके संदर्भ में ज्यादा प्रकाश में नहीं लाई जाती वो है उनका पत्रकार के रूप में लिखा गया महत्वपूर्ण गद्य,कहा जा सकता है ये उनका अल्प पठित गद्यांश है जिस पर हिन्दी जगत में कभी भी ज्यादा तवज्जो नहीं दी गई। मुक्तिबोध ने अपनी दीगर रचनाओं के मुकाबले अखबारी लेखन कम ही […]

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