शास्त्री रामचंद्रन ऐसे उपन्यासों और फ़िल्मों की कोई कमी नहीं है, जिनमें मर चुके और मर रहे लोगों से एक आतंकराज की छवियां उभरती हैं। हालांकि, भारत की जो हक़ीक़त है, वह किसी भी उपन्यास या फ़िल्मों में कल्पित या दिखायी गयी किसी भी चीज़ के मुक़ाबले इतनी ज़्यादा गंभीर है कि उसे शब्दों में […]
Read Moreकिसान आंदोलन 175वे दिन में प्रवेश कर गया है। इस दौरन किसान सरकारी दमन के साथ ही प्रकृति की क्रूरता का भी बड़ी बहदुरी से समाना कर रहे है। विगत दिनों भारी बारिश से दिल्ली और हरियाणा की सीमाओं पर लगे मोर्चों में भारी नुकसान हुआ। किसानों के लंगर व रहने के प्रबंधन में अव्यवस्था […]
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