लखनऊ से दिल्ली के बीच चलने वाली देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को अगले आदेश तक के लिये बंद कर दिया गया है । विदित हो कि केन्द्र सरकार ने आईआरसीटीसी के अंतर्गत बड़े जोर शोर से दिल्ली-लखनऊ के बीच तेजस का संचालन पिछले साल 4 अक्टूबर से प्रारंभ किया था।
तेजस का संचालन आईआरसीटीसी के जिम्मे था। रेलवे सूत्रों ने आज यहां कहा कि किराया के ज्यादा होने पर यात्री इस ट्रेन से टिकट बुक नहीं करा रहे हैं । यात्रियों के अभाव में इसे बंद कर दिया गया है । दीपावली पर भी तेजस में सीटें खाली रहीं ।
गौरतलब है कि देश में कोरोना महामारी के फैलने के बाद 19 मार्च से इन दोनों ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया था। ज्यादा किराया होने की वजह से लोग ट्रेन के बजाय फ्लाइट से यात्रा करना पसंद कर रहे हैं। बता दें कि इस ट्रेन में कुल 736 सीटें थी, मगर इस समय इसमें से सिर्फ 25-40 प्रतिशत सीटें ही बुक हो रही थीं। जबकि लॉकडाउन से पहले इसमें 50 से 80 प्रतिशत तक सीटें बुक हो जाती थीं।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा तेजस के परिचालन को अनुमति देने को लेकर विवाद भी देखने को मिला था। इसे केंद्र सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण की दिशा में उठाए गए कदम के तौर पर देखा गया था। इस च्रेन के बंद हो जाने से केन्द्र सरकार द्वारा रेल्वे के निजिकरण की परिकल्पना को बड़ा झटका माना जा रहा है।
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