संयुक्त किसान मोर्चा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रधानमंत्री के किसान विरोधी बयानों की निंदा की है। प्रधानमंत्री ने यह कहते हुए कि बिना मांग के इस देश में बहुत कानून बनाये गए हैं, साबित कर दिया है कि ये कानून किसानों की मांग नहीं रही है। किसानों की मांग कर्जा मुक्ति – पूरा दाम की रही है जिस पर सरकार गंभीर नहीं है।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किसान नेता डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि किसान महापंचायतों का दौर लगातार जारी है। आज पंजाब के जगरांव में विशाल सभा आयोजित की गई जिसमें किसानों के साथ साथ अन्य नागरिकों ने भी बढ़-चढ़ कर भागीदारी दिखाई। शम्भू बोर्डर पर भी किसानों ने पंचायत की।
सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं ने मंच से संबोधन करते हुए संयुक्त किसान मोर्चे के आगामी कार्यक्रमों को लागू करवाने संबंधी विचार रखे। टीकरी मोर्चे पर हरियाणा सरकार द्वारा सीसीटीवी लगाने के प्रस्ताव का किसानों ने विरोध किया।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किसान नेता डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि आने वाले समय में देश भर में किसान महापंचायत आयोजित की जाएगी। मोर्चे की टीमें राज्यवार महापंचायतों के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर रही है। संयुक्त किसान मोर्चा तीन कानूनों को रद्द करने और MSP को कानूनी मान्यता देने की मांगों पर कायम है।
आने वाले दिनों में किसान महापंचायतों का विवरण इस तरह है:
12 फरवरी 11 बजे बिलारी, मुरादाबाद
12 फरवरी 1 बजे PDM कॉलेज बहादुर गढ़
18 फरवरी रायसिंह नगर, श्री गंगानगर, राजस्थान
19 फरवरी हनुमानगढ़, राजस्थान
23 फरवरी सीकर, राजस्थान