रोमिला थापर से मुकुलिका आर की बातचीत इंडियन कल्चरल फ़ोरम भारतीय इतिहासकारों के साथ बीमारी पर एक लघु श्रृंखला शुरू कर रहा है। इस पहले फ़ीचर में मुकुलिका आर ने रोमिला थापर से महामारी के दौरान और कोविड-19 के बाद की दुनिया के लोकतंत्र की कल्पना को लेकर बातचीत की है। सदियों से एक दूसरे […]
Read Moreकांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यूट्यूब पर एक डॉक्यूमेंट्री शेयर की है। जिसमें राहुल गांधी ने मजदूरों को समस्याओं को सुना और प्रवासी मजदूरों से बातचीत कर उनका दर्द साझा किया है। यू ट्यूब पर इसे सुना जा सकता है- लिंत नीचे दी गई है- https://www.youtube.com/watch?v=985K_X1c5k8&feature=emb_logo कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में दिल्ली में […]
Read Moreभारतीय रिज़र्व बैंक के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन का मानना है कि देश आर्थिक महाविनाश की कगार पर खड़ा है औरअर्थव्यवस्था को सुधारना अकेले प्रधानमंत्री कार्यालय के बूते की बात नहीं है इसलिए पूर्व वित्त मंत्रियों समेत कई दूसरे लोगों की मदद लेनी चाहिए और इसमें यह नहीं देखना चाहिए कि वह आदमी किस राजनीतिक दल […]
Read MoreBy-इला पटनायक एवं राधिका पांडेय ऐसा लगता है कि सरकार शहरों की भीड़ कम करने की कोशिश कर रही है, क्योंकि शहरी क्षेत्रों के कल्याण और बेरोज़गारी सहायता के लिए कोई कार्यक्रम घोषित नहीं किए गए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के घोषित आर्थिक पैकेज में ग्रामीण क्षेत्रों के प्रति विशेष झुकाव, उद्योगों के लिए मुख्य […]
Read Moreअंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अमेरिका के विशेष दूत सैम ब्राउनबैक ने दुनियाभर के अल्पसंख्यक समुदाय पर कोविड-19 के प्रभाव को लेकर कहा कि भारत में इस दौरान फ़र्ज़ी ख़बरों के आधार पर मुस्लिम समाज को प्रताड़ना की कई घटनाएं सामने आई हैं. वाशिंगटन: अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अमेरिका के विशेष दूत सैम ब्राउनबैक दुनियाभर […]
Read Moreराहुल गांधी देश के पहले व एकमात्र राजनेता हैं जो दिल्ली में मजदूरों से मिले , फुटपाथ पर बैठकर उनसे बातचीत की और उनकी समस्याएं जानी. देश में कोरोना संकट और लॉकडाउन की सबसे ज्यादा मार प्रवासी मजदूरों पर पड़ी है.इसी के मद्देनज़र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संक्रमण के तमाम खतरों के […]
Read MoreBy- अरुणा रॉय और विनीत भाम्भू कोविड महामारी ने पूरे विश्व को कई मायनों में प्रभावित कर अर्थव्यवस्था के स्थापित ढांचों को हिला दिया है। जिस व्यापक तरीके से यह महामारी फैली, उससे निपटने के लिए उसी व्यापकता और वैश्विक सोच के साथ कदम उठाने की जरूरत है। भारत ने इससे निपटने के लिए लॉकडाउन […]
Read Moreप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस आर्थिक पैकेज की घोषणा की, उसकी विस्तृत जानकारी की उत्सुकता से प्रतीक्षा हो रही थी. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा था कि ये पैकेज चार एल पर आधारित होगा – लैंड यानी भूमि, लेबर यानी श्रमिक, लॉ यानी कानून और लिक्विडिटी यानी नकदी. मगर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की […]
Read Moreमेरे लिए यह अबूझ पहेली है कि सत्ता के ये सारे अंग, जिनके लिए विकास और सभ्यता का अर्थ हमेशा विध्वंस रहा है भला कैसे वायरस द्वारा बरपी तबाही को रोकने के लिए आज दिन-रात एक किये हुए हैं. विध्वंस का विचार परमाणु, रसायनिक, और जैविक हथियारों का अम्बार खड़ा करते समय भी उनके दिमागों […]
Read Moreप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गई 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा के बाद कांग्रेस ने कहा कि मोदी ने मीडिया को सिर्फ ‘हेडलाइन’ दी, इसमें प्रवासी श्रमिकों के दुख-दर्द के लिए कोई ‘हेल्पलाइन’ नहीं है. वहीं भाजपा ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा ‘समग्र राहत पैकेज’ बताया. माकपा ने […]
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