साल 1972 में म्यूनिख ओलंपिक के हमले में मारे गए 11 इस्राएली एथलीटों के परिजनों को जर्मन सरकार करोड़ों यूरो का मुआवजा देने को तैयार हो गई है. परिवारजन हमले की 50वीं वर्षगांठ के आयोजनों का बॉयकॉट करने वाले थे. जर्मन सरकार ने एलान किया है कि वह पीड़ितों के परिजनों के साथ एक सहमति […]
Read Moreबोस दोनों साम्प्रदायिक धाराओं के कड़े आलोचक थे. वे मुस्लिम लीग और हिन्दू महासभा को एक ही थैली के चट्टे-बट्टे मानते थे. वे लिखते हैं, ‘‘उस समय मिस्टर जिन्ना केवल यह सोच रहे थे कि पाकिस्तान की उनकी कल्पना को कैसे साकार किया जाए. कांग्रेस के साथ मिलकर भारत की स्वतंत्रता के लिए संयुक्त रूप […]
Read Moreविगत एक साल से चल रहा किसान आंदोलन किसानों की अभूतपूर्व जीत के साथ फिलहाल स्थगित हो गया। यह सभी समझ रहे हैं कि अगले साल की शुरुवात में होने वाले विधान सभा चुनावों के मद्दे नज़र ही भाजपा की केन्द्र सरकार आज किसानों के सामने झुकने को मजबूर हो गई। संयुक्त किसान मोर्चा भी […]
Read Moreसरकार गठित संस्थाओं में पद हासिल करने के लिए पदलोलुप और मौकापरस्त चारण भाट नुमा लोग मंत्रियों के दरबार में हाजिरी बजाते रहते हैं। ज्यादातर सत्ता भी चारण भाटों का सानिध्य पसंद करती है।मगर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिस तरह संस्कृति परिषद के गठन की व्यापक परिकल्पना की है और उत्साह दिखाया है उससे यह […]
Read Moreरायपुर का गोल बाजार एक अनमोल ऐतिहासिक धरोहर है जिस पर नगरवासियों को , विशेष रूप से पैदाइशी रइपुरियों को गर्व रहा है। यह न सिर्फ रायपुर बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए एक गौरव है। देखा जाए तो हर गांव कस्बे का पुराना बाजार अपनी खासियत लिए होता है ,अपनी एक विशिष्ट संस्कृति का वाहक […]
Read Moreभारत ने 41 वर्षों बाद आखिर हॉकी मं पदकों के सूखेसे निजात पाते हुए टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता। हर भारतीय के लिए एक लम्बे अरसे के बाद मिला यह कांसा भी स्वर्ण से कम नहीं है और हर हॉकी प्रेमी को इस जीत के साथ ही एक अरसे बाद जीत के नशे का […]
Read Moreआज भारतीय जन नाट्य संघ यानि इप्टा का स्थापना दिवस है । कहा जाता है कि औपचारिक रूप से आज ही के दिन 25 मई 1943 को औपनीवेशीकरण, फासीवाद और साम्राज्यवाद के खिलाफ बंबई (आज की मुंबई) में इप्टा की स्थापना हुई थी । उल्लेखनीय है कि इप्टा की स्थापना के स्वर्ण जयंती के अवसर […]
Read Moreकिसान आंदोलन की पूरे देश में हलचल है। किसान आंदोलन के चलते न सिर्फ किसान बल्कि एक बहुत बडा वर्ग उद्वेलित है जिसमें युवा वर्ग की भागेदारी एक नए बदलाव का संकेत दे रही है। विगत लगभग 6 माह से जारी यह आंदोलन एक नया इतिहास रच रहा है जिसके भीतर से उठती ध्वनियों में […]
Read Moreव्यंग्य में प्रभाकर चौबे एक सुपरिचित और प्रतिष्ठित नाम रहा है। देश के प्रतिष्ठित व्यंग्यकार, सुप्रसिद्ध साहित्यकार व संपादक रहे श्री प्रभाकर चौबे लगभग 6 दशकों तक अपनी लेखनी से लोकशिक्षण का कार्य करते रहे । लगभग 25 वर्षों तक देशबंधु समाचार पत्र में उनका नियमित व्यंग्य कॉलम “हंसते हैं रोते हैं ”प्रकाशित होता रहा।आज होली के अवसर […]
Read Moreकिसान नेता राकेश टिकैत की भावुक अपील का वृहत्तर पैमाने पर और विशेष रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जबरदस्त असर हुआ । पश्चिमी यूपी के जाट समुदाय ने उनकी अपील को जाट समुदाय के स्वाभिमान से जोड़ते हुए टिकैत के समर्थन में रातों रात एकजुटता का प्रदर्शन किया उससे केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा के […]
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