प्रबीर पुरकायस्थ वर्तमान आंकड़ों के अनुसार, अफ्रीका में 1 फीसद से भी कम लोगों का पूरी तरह से टीकाकरण हो पाया है और एशिया में 2.5 फीसद लोगों का, जबकि अमरीका तथा यूके के करीब 42 फीसद का। इस रफ्तार से अमीर देश तो अगले तीन से छ: महीने में अपनी पूरी आबादी का टीकाकरण…
सुप्रसिद्ध लेखक डॉ.आलम शाह ख़ान की कहानियाँ वर्तमान समय में बहुत प्रासंगिक हो गई हैं। भारतीय सामाजिक जीवन का गहराई से अनुसंधान करके, पाठक की जड़ता को तोड़ते हुए उसे परिवर्तन के लिए उद्वेलित करती हैं I यही उनकी विशिष्टता है जो उनको ‘वक्त से आगे का रचनाकार’ बनाती है तथा उनकी रचनाओं को कालजयी…
दिल्ली । साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में कार्यरत संस्थान ’स्वयं प्रकाश न्यास’ ने सुप्रसिद्ध साहित्यकार स्वयं प्रकाश की स्मृति में दिए जाने वाले वार्षिक सम्मान के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित की हैं। न्यास के अध्यक्ष प्रो मोहन श्रोत्रिय ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के इस सम्मान में क्रमशः कहानी, उपन्यास और नाटक विधा की किसी…
प्रभात पटनायक टीके की कमी के चलते– एक बनावटी कमी जो निजी संपत्ति अधिकारों को बचाने के कारण से पैदा हुई है– एक वर्ग के लोगों की जिंदगी को दूसरे वर्ग के लोगों की ज़िंदगी के खिलाफ खड़ी कर दी गयी हैं। मौत के इस बढ़ते काफिले को एक ही तरीके से रोका जा सकता…
अनुराग भारद्वाज सज्जाद हुसैन विलक्षण संगीतकार थे मगर उनके मिजाज ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री से बाहर कर दिया परफेक्शनिस्ट ऐसे कि दिलीप कुमार और आमिर खान भी इनके सामने पानी भरें. एक गाने के लिए उन्होंने तलत महमूद से 17 बार रिहर्सल करवाई. गाने के ज़बरदस्त हिट होने बाद भी यही कहते रहे कि कुछ…
कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच अंतर को थोड़ा कम करने की वकालत करने वाले कुछ स्टडी की खबरों के संदर्भ में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने कहा कि इस तरह की चिंताओं पर संतुलित रुख की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोविशील्ड टीके की दोनों खुराक के बीच के…
शिन्ज़नी जैन जी-7 देशों के वित्त मंत्रियों ने बड़े बहुराष्ट्रीय समूहों के कर परिहार से निबटने के लिए एक समझौते पर सहमति व्यक्त की है। इस समझौते पर जी-20 देशों की क्या प्रतिक्रिया होगी और इन योजनाओं को कैसे लागू किया जाएगा, यह देखना अभी बाकी है। प्रो-पब्लीका की हाल ही में जारी एक रिपोर्ट…
निशा कर्दम साल 1880 में ब्रिटिश भारत में जन्मी बेगम रुकैया सख़ावत हुसैन को एक बंगाली लेखिका, सामाजिक कार्यकर्ता और बंगाल की अग्रणी नारीवादी के रूप में जाना जाता है। लैंगिक समानता की घोर समर्थक बेगम रुकैया ने कई लघु कथाएं, उपन्यास, कविताएं, व्यंग्य और निबंध लिखे, जिसमें उन्होंने महिलाओं को पुरुषों के बराबरी का दर्जा दिया।…
गोविंद पंत राजू भारत के धर्म, इतिहास और साहित्य में हर जगह फलों का राजा आम अपने अलग-अलग अंदाज में मौजूद दिखता है.रस, गंध, रंग और स्वाद. आम के पास सब कुछ मौजूद है. इसीलिए आम होते हुए भी यह खास है. इतना खास कि भारत के धर्म, इतिहास और साहित्य में हर जगह यह…
अहमदाबाद के नज़दीक एक गाँव में एक दलित युवक ने मूंछें रख लीं. उसकी जम कर पिटाई की गई और उसकी मूंछें साफ़ कर दी गईं. कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले के गोनी बीडू पुलिस थाना क्षेत्र में एक दलित युवक को गाँववालों की शिकायत पर हिरासत में लिया गया. हवालात में उसे पीटा तो गया…
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