भाषा सिंह देश के जिन पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं, उनमें सबसे अलग दिखाई देता है तमिलनाडु। इसकी बड़ी वजह है कि यहां की राजनीतिक सरज़मीं—जिसे सींचा है महान क्रांतिकारी विचारक पेरियार, अन्नादुरई आदि ने। आप नीचे दी गई लिंक पर पूरी रिपोर्ट सुन सकते हैं- देश के जिन पांच राज्यों […]
Read Moreउत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुराने विवादों को भूलकर केन-बेतवा नदी लिंक परियोजना को चालू करने पर सहमत हैं. लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक नदियों को जोड़ा गया तो पर्यावरण ही नहीं, नदियों का अपना जीवन भी खतरे में पड़ सकता है. करीब साढ़े 37 हजार करोड़ रुपये वाली की देश की पहली प्रमुख नदी जोड़ो […]
Read Moreशिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने उच्चतम न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर कर यह मांग की है कि कुरान की 26 आयतों को इस पवित्र पुस्तक से हटा दिया जाना चाहिए क्योंकि वे आतंकवाद को बढ़ावा देती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि मदरसों में आतंकियों को प्रशिक्षित किया जा रहा […]
Read Moreकेपी सेथुनाथ इस चुनाव में कॉंग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ खेमे का लस्तपस्त हाल देखकर तो यही लगता है कि उसके नेताओं ने अपनी चुनावी रणनीति बनाने का काम जमात-ए-इस्लामी और आरएसएस के नेतृत्व वाले संघ परिवार को सौंप दिया है. केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाला युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) जब भी चुनाव जीतता […]
Read Moreभारत को एक लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश राज से मुक्ति मिली. यह संघर्ष समावेशी और बहुवादी था. जिस संविधान को आजादी के बाद हमने अपनाया, उसका आधार थे स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय के वैश्विक मूल्य. धर्मनिरपेक्षता हमारे संविधान की मूल आत्मा है और इसके संदर्भ में अनुच्छेद 14, 19, […]
Read Moreप्रीति सिंह देश के 44 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 6,074 पद रिक्त हैं, जिनमें से 75 प्रतिशत पद आरक्षित श्रेणी के हैं। अन्य पिछड़े वर्ग के आधे से ज़्यादा पद खाली पड़े हैं। प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट में ओबीसी, एससी, एसटी की स्थिति और ख़राब है, जहाँ इस वर्ग के लिए सृजित कुल पदों में 60 […]
Read Moreअजय कुमार अगर प्राइवेट बैंक बहुत ही शानदार थे तो बैंकों का राष्ट्रीयकरण क्यों हुआ? क्या प्राइवेट बैंक जनकल्याण से जुड़े क्षेत्रों में पैसा लगाएंगे? जब कॉरपोरेट लोगों ने सरकारी बैंक का पैसा नहीं लौटाया तो जब वह बैंकों के मालिक होंगे, तब क्या करेंगे? बैंकों के निजीकरण का विरोध करने के लिए बैंक के […]
Read Moreन्यूज़ चक्र में अभिसार शर्मा तीन मुद्दों की चर्चा कर रहे हैं । किस तरह किसान बीजेपी को बंगाल से लेकर मध्य प्रदेश तक चुनौती देरहा है। मोदी सरकार ने किस तरह दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार की ताकत कम करने की योजना बनाई और क्या बंगाल चुनावों में बिखर रहा है बीजेपी का […]
Read Moreजाने-माने समाजशास्त्री और राजनीतिक विश्लेषक प्रोफेसर आशीष नंदी से किसान आंदोलन के 100 दिन पूरा होने और इसके प्रभावों को लेकर परंजॉय गुहा ठाकुरता की वीडियो बातचीत के प्रमुख अंश। इसका लिप्यंतरण/अनुवाद युवा पत्रकार हिमांशु शेखर ने किया है। इस पूरी बातचीत को आप यहाँ सुन सकते हैं- किसान आंदोलन के 100 दिन हो गए हैं […]
Read Moreबी. सिवरामन ‘‘ राष्ट्रीय हित में, बैंक कर्मियों ने शपथ ली है कि वे मोदी को उनके इस ख़तरनाक पथ पर आगे नहीं बढ़ने देंगे और वे प्रतिरोध में अब संघर्षशील किसानों के साथ कंधे-से-कंधा मिलाते हुए आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। ” अभी दो, इसके बाद चार, और अंत में एक छोड़कर सभी बारह! इस […]
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