हरियाणा के करनाल जिले के कैमला गांव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के ‘किसान महापंचायत’ आयोजन का विरोध कर रहे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, वाटर कैनन का इस्तेमाल किया.ने किसानों ने समारोह स्थल का पंडाल तोड़ दिया. मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर हेलीपैड पर ही उड़ता रहा कुछ देर फिर वापिस चला गया. खट्टर के […]
Read Moreआम तौर पर प्रतीक का एक साझा अर्थ होता है। लेकिन क्या इन सारी नामवाचक, स्थानवाचक संज्ञाओं और कालसूचक संख्याओं का आशय या प्रतीकार्थ इस देश के सभी वासियों के लिए एक है? अगर एक के लिए ये सब उसके अपने वर्चस्व और दूसरे के लिए उसकी हीनता और उसके साथ की गई नाइंसाफी के […]
Read Moreलायम ओ’ फ़्लैहर्टी ( 28 अगस्त 1896- 7 सितंबर 1984)ः मशहूर आयरिश लेखक। आज पढ़ें उनकी कहानी The Sniper का अनुवाद- (अनुवाद सुशांत सुप्रिय) छिपा हुआ निशानची जून की शाम का लम्बा झुटपुटा रात में विलीन हो गया। डब्लिन अँधेरे के आवरण में लिपटा था, हालाँकि चाँद की मद्धिम रोशनी ऊन जैसे बादलों के बीच से झाँककर […]
Read Moreअनुराग भारद्वाज रबींद्रनाथ टैगोर के ‘जन गण मन’ के राष्ट्रीय गान बनने से पहले बिमल रॉय ने इसे 1945 में आई अपनी फ़िल्म ‘हमराही’ में पहली बार पेश किया था समाजवाद से प्रेरित और सिनेमा से सर्वहारा की आवाज़ उठाने वाले बिमल दा पर कमर्शियल यानी व्यावसायिक फ़िल्में बनाने का ज़बरदस्त दवाब था. उनका कमाल […]
Read Moreनवीन कुमार जब लोकतंत्र के रास्ते से एक कमअक्ल, मूर्ख और सनकी आदमी किसी देश की सत्ता पर काबिज हो जाता है तो वही होता है जो अमेरिका में हुआ है। रिपब्लिकन पार्टी की हार से बौखलाए हुए डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थक अमेरिका माता की जय बोलकर संसद में घुस गए। सदन के सभापति की […]
Read Moreशाहीन बाग़ में पहले आतंकवादियों की शह देखी गई, फिर नक्सलवादी होने का इल्ज़ाम लगा, फिर शांति भंग करने का आरोप लगा और अंततः उसके तार दिल्ली के दंगों से जोड़ दिए गए। किसान आंदोलन में भी खालिस्तानी तत्व खोज लिए गए, नक्सली हाथ देख लिया गया और यह सवाल भी पूछा गया कि इनकी […]
Read Moreमुकेश कुमार कोई पूछे कि क्या पिछले चार साल अमेरिका में लोकतंत्र था और अगर था तो वह कैसा लोकतंत्र था? वहाँ की तमाम लोकतांत्रिक संस्थाएं ट्रंप को रोकने में नाकाम रहीं। मीडिया अगर अपनी भूमिका निभा भी रहा था तो उससे ट्रंप की राजनीति पर क्या असर पड़ा, वह तो और भी मज़बूत होती […]
Read Moreकेंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर बीते 43 दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों ने गुरुवार को दिल्ली की चारों सीमाओं पर पूर्वघोषित कार्यक्रम के अनुसार ट्रैक्टर मार्च निकाला. किसानों ने कहा है कि यह 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर आयोजित किए जाने वाले ट्रैक्टर मार्च का पूर्वाभ्यास है. […]
Read Moreशुभम उपाध्याय आरडी बर्मन यानी पंचम दा को ऐसा संगीतकार कहा जा सकता है जिन्होंने फिल्म संगीत के मिजाज और व्याकरण को बदलकर एक नया दौर शुरू किया था राहुल देव बर्मन को आप संगीतकारों की दुनिया का गुलजार भी कह सकते हैं. राहुल देव बर्मन को आप संगीतकारों की दुनिया का गुलजार भी कह […]
Read Moreराकेश वेदा नए कृषि कानून वापस होने की उम्मीद के साथ इप्टा और प्रलेस के कलाकारों और लेखकों ने वहां अपनी कला,गीत और कविताओं से जितना दिया उससे ज्यादा लिया।वहां से लिया लड़ने का हौसला,आंदोलन को उत्सव में बदलने का सलीका।दिल्ली की सीमाओं पर किसान इंसानियत की पाठशाला चला रहे हैं,संविधान का पुनर्पाठ कर रहे […]
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