Author: admin

पटेल की मूर्ति लगवाई तो किसानों की सुनते क्यों नहीं?

December 16, 2020

रविकान्त दो बड़े सफल किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले सरदार पटेल को पूजने और उनकी विरासत पर दावा करने वाले आज सत्ता में हैं। सरदार पटेल और महात्मा गांधी की ज़मीन गुजरात से आने वाले प्रधानमंत्री और गृह मंत्री किसानों के आंदोलन पर खामोश हैं। किसानों के प्रति सरकार की संवेदनहीनता और बेरहमी ब्रिटिश […]

Read More

पटेल को थी नेहरू के अकेले पड़ जाने की चिंता

December 15, 2020

प्रीति सिंह स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल की तिकड़ी क़रीब 30 साल तक बनी रही। महात्मा गाँधी स्वतंत्र भारत की सत्ता के भागीदार नहीं बने, लेकिन नेहरू और पटेल ने सरकार में पहले और दूसरे स्थान पर बैठकर दो वर्ष तक साथ-साथ सत्ता चलाई थी। दोनों के बीच वैचारिक टकराव की […]

Read More

योगी बनाम मोदी की शुरुआत हो चुकी है और यह 2024 से पहले दिलचस्प हो जाएगा

December 15, 2020

ज़ैनब सिकंदर सीडीएस जनरल बिपिन रावत नौसेना दिवस समारोह को छोड़कर योगी आदित्यनाथ के गोरखनाथ मठ से जुड़ी संस्था के कार्यक्रम में भाग लेने चले गए, अमित शाह राम मंदिर भूमि पूजन में शामिल नहीं हुए… ये घटनाएं बहुत कुछ कहती हैं. देश जबकि अभी कोरोना महामारी से जूझ रहा है, अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2021 […]

Read More

राजस्थान शहरी निकाय चुनावः कॉग्रेस ने लहराया परचम , निर्दलीयों से भी पीछे रही भाजपा

December 14, 2020

राजस्थान में शहरी निकाय में कांग्रेस का प्रदर्शन शानदार रहा जबकि भाजपा को निर्दलियों के बाद तीसरे स्तान पर रहना पड़ा, इसको मीडिया में कोई चर्चा नहीं है जबकि पंचायत चुनाव में कॉंग्रेस के ख़राब प्रदशर्न पर ख़ूब स्पेस दिया और ट्रैंड किया या यूं कहें कि मीडिया के एक वर्ग द्वारा उसे जानबूझकर ख़ूब […]

Read More

किसान आंदोलन 19 वां दिनः देश भर में किसान भूख हड़ताल पर, कई हाईवे जाम

December 14, 2020

नए कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों ने अपने आंदोलन को और तेज कर दिया है । सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए किसान सुबह आठ बजे से भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। ये हड़ताल शाम पांच बजे तक रहेगी। देश भर में किसान और उनके समर्थन में हजारों लोग भीख हड़ताल पर […]

Read More

‘तीसरी कसम की नाकामी से नहीं टूटे थे शैलेंद्र’

December 14, 2020

प्रदीप कुमार   ढेर सारे नगमे देकर सिर्फ़ 43 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाले शैलेंद्र को पचास साल से ज्यादा हो गए मगर आज भी उनके गाने लोगों की ज़बान पर हैं.प्रगतिशील नज़रिए के चलते शैलेंद्र इप्टा और प्रगतिशील लेखक संघ से जुड़ गए. 1947 में जब देश आज़ादी के जश्न […]

Read More

किसान आंदोलन: इन्साफ़ का ख़याल ज़िंदा रखने का सफ़र – अपूर्वानंद

December 14, 2020

क्या यह सफ़र मंज़िल तक पहुँचेगा? यह क्या सिर्फ़ इन्साफ़ के इन मुसाफ़िरों पर निर्भर है? पिछले साल एक और सफ़र शुरू हुआ था। वह मंज़िल तक नहीं पहुँच सका तो क्या वह निरर्थक हो गया? उस सफ़र से जो अलग रहे, जिन्होंने रास्ते में रोड़े डाले, जिन्होंने मुसाफ़िरों का क़त्ल किया, क्या वे विजयी […]

Read More

हिन्दू-मुस्लिम एकता और आज़ादी के नायक मौलाना मोहम्मद अली जौहर

December 13, 2020

शाहीन अंसारी दौर-ए-हयात आएगा क़ातिल क़ज़ा के बाद है इब्तिदा हमारी तिरी इंतिहा के बाद। मौलाना मोहम्मद अली जौहर को मोहम्मद अली के नाम से भी जाना जाता है जो स्वतंत्रता संग्राम के भावुक सेनानियों में थे। वह एक बहुमुखी प्रतिभा के व्यक्ति थे और उन्होंने  ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ प्रयासों में एक बड़ी […]

Read More

किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि में तीन नए कृषि कानूनों का एक विश्लेषण

December 13, 2020

जया मेहता इसमें एक सुधार आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 से संबंधित है, दूसरा विभिन्न राज्यों के कृषि उत्पाद मार्केटिंग कमेटी कानूनों को ख़तम करने के बारे में और तीसरा ठेका खेती को संस्थागत रूप देने के बारे में है। ये तीनों सुधार मौजूदा कृषि उत्पादों के बाजार की संरचना पर से सरकार का नियंत्रण हटाने […]

Read More

भारत को काम करने वाला सामाजिक लोकतंत्र बनाने के लिए राज्य पूंजीवाद को खत्म करना होगा

December 13, 2020

टी एन नायनन अगर भारत को एक गतिशील सामाजिक लोकतंत्र बनना है, तो उसे अनुशासित टैक्स व्यवस्था तैयार करके कॉर्पोरेट की ताकत पर लगाम लगाते हुए सरकारी पूंजीवाद की राह पकड़ने से बचना होगा. भारत में कौन-सी व्यवस्था चल रही है? सामाजिक लोकतंत्र की या लोकतांत्रिक समाजवाद की? आपको यह शब्दों का खेल लग सकता […]

Read More