अनुराग भारद्वाज अमेरिका के नीग्रो गायक पॉल रॉबसन के साथ गाना सीखने जाने पर भूपेन हजारिका को सात दिन की जेल हो गई थी. दरअसल, पॉल रॉबसन अश्वेतों के अधिकारों पर लड़ने वाले एक्टिविस्ट थे. भूपेन पर इस शख्स का इतना ज़बरदस्त प्रभाव था कि उनके गीत ‘ओल्ड रिवर मैन’ पर 1964 में उन्होंने ब्रह्मपुत्र […]
Read Moreअनुराग भारद्वाज साहिर प्रोग्रेसिव राइटर्स एसोसिएसन में शामिल हो गए मगर वो फ़ैज़ की तरह साम्यवाद के झंडाबरदार नहीं रहे. कैफ़ी आज़मी ने कभी साहिर लुधियानवी की शायरी के रोमांटिक मिज़ाज पर तंज़ कसते हुए कहा था कि उनके दिल में तो परचम है पर क़लम काग़ज़ पर मोहब्बत के नग़मे उकेरती है अमृता प्रीतम […]
Read Moreशुभम उपाध्याय बाद में बेहद सराही और राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजी गई यश चोपड़ा की फिल्म ‘धर्मपुत्र’ को रिलीज के वक्त हिंदूवादी संगठनों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा था.किंग ऑफ रोमांस’ कहे जाने वाले यश चोपड़ा को पलायनवादी सिनेमा के अग्रणी फिल्मकारों में गिना जाता है.लेकिन पलायनवादी सिनेमा का सिरमौर बनने से बहुत […]
Read Moreदीपाली श्रीवास्तव ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म सोनी लिव पर ‘स्कैम 1992: द हर्षद मेहता स्टोरी’ नाम की वेब सीरीज़ रिलीज़ हुई। साल 1992 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में किये गए घोटाले के चलते हर्षद शांतिलाल मेहता बड़े विवादों में आ गए थे और ये वेब सीरीज़ उसी घोटाले पर आधारित है। इस घोटाले की जितनी चर्चा […]
Read Moreशुभम उपाध्याय नसीरुद्दीन शाह की आत्मकथा ‘एंड देन वन डे’ में दर्ज उनके अजीज दोस्त ओम पुरी से जुड़े कुछ अनोखे किस्से. अपनी ऑटोबॉयोग्राफी ‘एंड देन वन डे’ में भी नसीर ने ओम पुरी के बारे में कुछ अनोखे किस्से दर्ज किए. इन किस्सों और नसीर की नजर से भी उन ओम पुरी को देखा […]
Read Moreस्मिता पाटिल पर यह लेख दिग्गज साहित्यकार शरद जोशी ने 1986 में नवभारत टाइम्स के लिए लिखा था स्मिता अभिनय में अपनी उम्र से बड़ी हो जाती थी. वह केवल गहरे अहसास की मदद से अपनी अनुभव-सीमा को लांघ जाती थी. इस मामले में वह अपनी समकालीन भारतीय अभिनेत्रियों से बड़ी थी स्मिता समझदार अभिनेत्री […]
Read Moreकहा जाता है कि इस गीत के अस्तित्व में आने के वक्त किशोर कुमार सिर्फ पांच वर्ष के थे लेकिन यह गाना उनके जेहन में ऐसा बसा कि जब उन्होंने फिल्मों में अभिनय करना और गीत गाना शुरू किया तो यह गाना अशोक कुमार से जबरदस्ती मांग लिया. यह कहकर कि मैं तुमसे तो इसे […]
Read Moreकिशोर कुमार द्वारा 60 के दशक में फिल्मफेयर के लिए लिखा गया यह लेख एक बहुमुखी प्रतिभा की दुर्लभ आत्मस्वीकृति है जब मैंने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था तो मैं एक दुबला-पतला गंभीर नौजवान था. मुझ पर अच्छा गाने का जुनून था. मेरे आदर्श केएल सहगल और खेमचंद प्रकाश जैसे नाम थे. परंपराओं के […]
Read Moreअंजलि मिश्रा लोगों से बोलते, हंसते, चुटकुले सुनाते और चित्रा पर चुटकियां लेते जगजीत सिंह इस तरह अपनी गायकी में कई और रंग भर देते थे. यह उस ज़माने की बात है जब जगजीत सिंह बांके नौजवान हुआ करते थे और खूबसूरत चित्रा ने गायकी में उनका साथ देना शुरू ही किया था. 1980 के […]
Read Moreकविता दुनिया के सर्वकालिक महान फिल्मकारों में शुमार गुरु दत्त को जिस जिद और बैचैनी ने बनाया उसने ही उनका सबसे ज्यादा नुकसान भी किया गुरुदत्त की जिंदगी पर जब भी बात की जाए, अकेले की जानी असंभव है. एक प्रेम त्रिकोण सा इसमें आना ही आना है. इस त्रिकोण के तीन सिरे गुरुदत्त, गीता […]
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