
यह सब देख कर मुझे इंसानी दुनिया का एक बड़ा और क्रूर सच भी समझ में आ गया है, कि कैसे पूरी दुनिया में डरावने और बर्बर लोग (जो चमगादड़ नहीं होते, पर उनकी यही छवि है।) अचानक हर चीज़ पर कब्जा कर लेते हैं । यह भी, कि कैसे अचानक किए गए ऐसे कब्ज़े, हजारों निरीह, मासूम इंसानों के घर और ज़िन्दगी उजाडऩे के बाद हासिल होते हैं, कैसे अचानक संगीत के स्वरों पर कर्कश आवाजें छा जाती हैं । कैसे स्वतन्त्रता, उड़ान, प्रेम और निर्मलता के इन्द्रधनुषों को रौंद दिया जाता है ।
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