अश्वनी कबीर लॉक डाउन में जो सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं और जिनके लिए बहुत ही कम बात हुई है वो हैं घुमन्तू समुदाय के बच्चे। लॉक डाउन भले ही बीत गया लेकिन इन बच्चों का लॉक डाउन तो न जाने कब से चला आ रहा है और अनन्त तक चलेगा। हाल ही में जयपुर…
तुर्की हो या पाकिस्तान, जहाँ अभी एक मंदिर के निर्माण पर विवाद खड़ा किया जा रहा है या भारत, अतीत के प्रेत जगाए जा रहे हैं। लेकिन प्रेत तो अनेक हैं और सबके जागने का मतलब वर्तमान के लिए क्या होगा, अंदाज़ करना मुश्किल नहीं है। हाया सोफ़िया इसलिए पूरी दुनिया की चिंता का विषय…
असग़र वजाहत (जन्म – 5 जुलाई 1946) – हिन्दी साहित्य में महत्त्वपूर्ण कहानीकार एवं नाटककार के रूप में सम्मानित नाम हैं। इन्होंने कहानी, नाटक, उपन्यास, यात्रा-वृत्तांत, फिल्म तथा चित्रकला आदि विभिन्न क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण रचनात्मक योगदान किया है। इन्होने दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया में लगभग 40 वर्षों तक अध्यापन किया एवं हिन्दी विभाग के अध्यक्ष रहे । हम उनके…
मुकुंद झा भेदभाव का नया मामला देश की राजधानी दिल्ली के वसंत विहार में सामने आया है। जहाँ एक सरकारी आवसीय परिसर के लोगों ने झुग्गी बस्तियों में रहने वाले दलितों का रास्ता रोक दिया। इसके लिए सड़क पे एक गेट लगा दिया गया और जो छोटा रास्ता था वहाँ भी दीवार खड़ी कर दी…
पिछले दिनों उसने अपने सोशल मीडिया पेज पर भीम आर्मी के बिहार प्रमुख गौरव सिराज और एक अन्य कार्यकर्ता वेद प्रकाश को खुलेआम धमकाया है. उसने अपने ‘सैनिकों’ को आदेश दिया है कि उन्हें ‘जिन्दा या मुर्दा’ गिरफ्तार करें. बताया जाता है कि इस युवा अम्बेडकरवादी ने ब्रह्मेश्वर मुखिया- जो रणवीर सेना के प्रमुख थे और 2012…
-जाहिद खान 11 जुलाई, प्रगतिशील और प्रतिबद्ध रचनाकार भीष्म साहनी का पुण्यतिथि दिवस है। इस मौके पर उन्हें याद करना, एक शानदार और पायदार परम्परा को याद करना है। वे एक अच्छे रचनाकार के अलावा कुशल संगठनकर्ता भी थे। प्रगतिशील लेखक संघ के महासचिव के तौर पर उन्होंने देश भर में इस संगठन की विचारधारा…
पिछले कुछ महीनों से केरल ख़बरों में है. मीडिया में राज्य की जम कर तारीफ हो रही है. केरल ने कोरोना वायरस का अत्यंत मानवीय, कार्यकुशल और प्रभावी ढंग से मुकाबला किया. इसके बहुत अच्छे नतीजे सामने आये और लोगों को कम से कम परेशानियाँ भोगनी पडीं. केरल एक ऐसा राज्य है जहाँ सार्वजनिक स्वास्थ्य…
प्रेमचंद की तरह भीष्म साहनी ने भी समाज को उसी बारीकी से देखा-समझा था लेकिन, यह प्रेमचंद से आगे का समाज था इसलिए उनकी लेखनी ने विरोधाभासों को ज्यादा पकड़ा आजकल महानगरों के कुछ ‘अतिकुलीन’ परिवारों में चलन शुरू हुआ है कि बच्चे अपने अभिभावकों को मम्मी-पापा कहने के बजाय उनका नाम लेते हैं. इस…
अजय कुमार “सिलेबस को कभी भी केवल क्लास पास करने या फेल करने को आधार बनाकर नहीं देखना चाहिए। सिलेबस कट करने के नाम पर सरकार अपना एजेंडा थोपने की कोशिश कर रही है।” कोविड-19 महामारी की वजह से सब कुछ प्रभावित है। स्वास्थ्य और रोज़गार के अलावा इसका शिक्षा पर भी बहुत बड़ा असर…
सुप्रीम कोर्ट ने स्कूल फीस मामले में अभिभावकों को बड़ा झटका देते हुए फीस वसूलने के मामले में रोक लगाने से साफ़ इंकार किया है। निजी स्कूलों की तरफ से ऑनलाइन क्लास के नाम पर स्कूलों की तरफ से पूरी फीस वसूलने के खिलाफ दायर पेटिशन पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ मना किया…
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