अमरकांत (1 जुलाई 1925-17 फ़रवरी, 2014)। हिंदी कथा साहित्य में प्रेमचंद के बाद यथार्थवादी धारा के प्रमुख रचनाकार । यशपाल उन्हें हिन्दी का गोर्की कहा करते थे। कई कहानी संग्रह और उपन्यास । ‘सोवियत लैण्ड नेहरू पुरस्कार’, महात्मा गाँधी सम्मान, मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार, उ0प्र0 हिन्दी संस्थान का साहित्य पुरस्कार, यशपाल पुरस्कार, जन संस्कृति सम्मान, मध्य प्रदेश […]
Read Moreसुखबीर सिंह बादल ने भाजपा को करारा जवाब देते हुए कहा, ‘अफ़सोस इस बात का है कि देश के एक सूबे को धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश की गई है। ‘पहले हिंदू-मुसलमानों के रिश्ते टुकड़े-टुकड़े किए औरअब हिंदू सिखों के बीच बंटवारे की कोशिश कर रही है। जो उनकी सरकार के साथ होता […]
Read Moreप्रो. अमित भादुड़ी पलासी की निर्णायक लड़ाई में, जिसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में अपने पैर जमा लिए और अपना शासन कायम कर लिया, हार लड़ाई के मैदान में नहीं बल्कि एक सेनापति की दगाबाजी के कारण हुई। इसी तर्ज पर एक अफ्रीकी कहावत में चेतावनी भी है, “शेर की अगुवाई में भेड़ […]
Read Moreरविकान्त दो बड़े सफल किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले सरदार पटेल को पूजने और उनकी विरासत पर दावा करने वाले आज सत्ता में हैं। सरदार पटेल और महात्मा गांधी की ज़मीन गुजरात से आने वाले प्रधानमंत्री और गृह मंत्री किसानों के आंदोलन पर खामोश हैं। किसानों के प्रति सरकार की संवेदनहीनता और बेरहमी ब्रिटिश […]
Read Moreजब खुद सरकार ने माना कि कि भारत में कोरोना काल में सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर शून्य से 10 प्रतिशत नीचे चली गई और करोड़ों लोगों की नौकरी चली गई, तब क्या आप इस पर यक़ीन करेंगे कि देश के चुनिंदा अरबपतियों की संपत्ति में 35 प्रतिशत की बढोतरी हुई और उनकी कुल जायदाद बढ़ कर 423 […]
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