Breaking News

Year: 2020

भारत छोड़ो आन्दोलन: जब देश क़ुर्बानी दे रहा था तो आरएसएस कहाँ था? – शमसुल इसलाम

श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने ‘अंग्रेज़ों भारत छोड़ो आंदोलन’ को दबाने के लिए अंग्रेज़ों को उपाए सुझाए। हिन्दू महासभा के नेता नंबर दो श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तो हद ही कर दी। मुखर्जीने बंगाल में मुसलिम लीग के मंत्रिमंडल में गृह मंत्री और उप-मुख्यमंत्री होते हुये अनेक पत्रों में बंगाल के ज़ालिम अँगरेज़ गवर्नर को दमन…

Read more

प्रकाश झा की वेब सीरीज़- परीक्षाः बदलाव भले ना आए, लेकिन चर्चा तो हो

उर्मिला कोरी आपकी फिल्म डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो रही है, इसको लेकर आपर कितने खुश हैं ? किसी भी रिलीज से आदमी खुश होता है. फिल्म रिलीज हो रही है।यही बड़ी बात है मौजूदा जो हालात हैं उसमें. हां, थिएटर को मिस कर रहा हूं क्योंकि हमारा मुख्य उद्देश्य थिएटर ही होता है. आपकी…

Read more

नई शिक्षा नीति कहीं आरक्षण को खत्म करने का ऐलान तो नहीं?

गौरव गुलमोहर नई शिक्षा नीति, 2020 आरक्षण के सवाल पर मौन है। कहीं यह आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस ऐलान की परिणति तो नहीं जिसमें उन्होंने आरक्षण की समीक्षा पर बात कही थी। आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी से जुड़े आरक्षण विरोधी मंच गाहे बगाहे आरक्षण को ख़त्म करने की बात उठाते रहे हैं।…

Read more

भीष्म साहनी जयंती 8 अगस्त पर उनकी कहानी- चीफ की दावत

प्रेमचंद की तरह भीष्म साहनी ने भी समाज को उसी बारीकी से देखा-समझा था लेकिन, यह प्रेमचंद से आगे का समाज था इसलिए उनकी लेखनी ने विरोधाभासों को ज्यादा पकड़ा ।उनकी जयंती 8 अगस्त पर पढ़ें उनकी कहानी- चीफ की दावत आज मिस्टर शामनाथ के घर चीफ की दावत थी। शामनाथ और उनकी धर्मपत्नी को…

Read more

केन्द्रीय विश्वविद्यालय: वर्चस्वशाली जातियों के नए ठिकाने ?- सुभाष गाताडे

अगर हम प्रोफेसरों के पदों की बात करें तो यूजीसी के मुताबिक अनुसूचित जाति से आने वाले प्रत्याशियों के लिए आरक्षित 82.82 फीसदी पद, अनुसूचित जनजाति तबके से आने वाले तबकों के लिए आरक्षित 93.98 फीसदी पद और अन्य पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षित 99.95 फीसदी पद आज भी खाली पड़े हैं। असोसिएट प्रोफेसर के…

Read more

छत्तीसगढ़ सरकार छह मानवाधिकारवादियों को एक-एक लाख मुआवज़ा दे- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कहा “हमारी दृढ़ राय है कि पुलिस द्वारा इन लोगों के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज किए जाने के कारण वे निश्चित ही मानसिक रूप से परेशान और प्रताड़ित हुए हैं और उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है. छत्तीसगढ़ सरकार को इसका मुआवजा देना चाहिए. अतः मुख्य सचिव के जरिये छत्तीसगढ़ सरकार…

Read more

अल्काजी: एक बड़े पर्दे का गिरना – मंगलेश डबराल

अल्काजी 95 वर्ष की भरपूर उम्र में दुनिया को छोड़ कर गए हैं। लेकिन जाना हमेशा के लिए एक विशाल नाट्य-दृश्य के पर्दे का गिरना है जो अब कभी खुलेगा नहीं।  ‘ऐसे किले जब टूटते हैं तो अन्दर से भरभराकर टूटते हैं!’ सन 1972 में जब यह वाक्य दिल्ली के पुराने किले के ऐतिहासिक अवशेषों…

Read more

कश्मीर 1 साल बादः 4G के दौर में 2G के सहारे ऑनलाइन पढ़ाई

एक साल पहले 5 अगस्त को कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाली धारा 370 को हटाकर राज्य को यूनियन टेरिटरी में बांट दिया गया. इस ऐतिहासिक फैसले को लागू करने के साथ ही भारत सरकार ने कई कड़े फैसले लिए, जिनमें इंटरनेट और दूरसंचार के लगभग सभी माध्यमों को बंद करने का फैसला भी शामिल…

Read more

कोरोना: महामारी को धर्म से जोड़ने का इतिहास

 अनिल चमड़िया अंग्रेजी शासनकाल में बाल गंगाघर तिलक ने जिस तरह से प्लेग को धर्म से जोड़ा था वैसा ही कुछ हम आज कोरोना के मामले में देख रहे हैं.  कोरोना पहली ऐसी महामारी नहीं है जब उसके बहाने साम्प्रदायिकता का माहौल बनाया गया हो. एक सौ चौबीस साल पहले प्लेग के बहाने साम्प्रदायिकता…

Read more

साष्टांग चौथे खंभे के बीच टेलीग्राफ़ ने दिखाया मोदी का दूसरा चेहरा !

 संजय कुमार सिंह एक तरफ तो अखबार अपना काम नहीं कर रहे हैं और दूसरी तरफ प्रचारक राम को नरेन्द्र मोदी से यह कहते हुए दिखा रहे हैं, 2022 तक तुम सभी को घर देने वाले थे, मुझे नहीं पता था मेरा भी घर हो जाएगा। पर मुद्दा यह है कि भगवान को भी घर…

Read more