विस्तारित लॉकडाउन पर विचार अहम है। यह हर किसी के लिए अनकही दुश्वारियां लेकर आया है, खासकर हाशिए पर गुजर-बसर करने वाले वर्ग की तकलीफों की तो इंतहा हो गई है। जरूरी वस्तुओं को छोड़कर ज्यादातर उत्पादन ठप है, कारोबार घाटा झेल रहे हैं और इनमें अनेक तो शायद दोबारा खड़े भी न हो पाएं। […]
Read Moreवक्त तो सितम ढहाए हुए है । इस कोविड 19 ने जैसे वक्त को रोक ही तो दिया है, हालांकि जिंदगी चल रही है । वैसे ही चल रही है जैसे सांस चलती है । बरसों पहले कागज़ के फूल फिल्म में वहीदा रहमान जब श्वेत- श्याम परदे पर गा रही थी […]
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