यह वर्ष अण्णाभाऊ साठे का जन्म शताब्दी वर्ष है। अण्णाभाऊ साठे न केवल एक माक्र्सवादी कार्यकर्ता थे, बल्कि एक प्रभावशाली लोककलाकार, संगठक और साहित्यकार भी थे। उन्होंने अपने बचपन से ही जातिगत ऊँच-नीच और आर्थिक-सामाजिक विषमता को बहुत गहराई से देखा और भोगा था। वे एक ऐसे माक्र्सवादी साहित्यकार हैं, जिनकी रचनाओं में जाति-वर्ग, दोनों […]
Read Moreगत पांच अगस्त को हमारे देश के प्रधानमंत्री ने उस स्थान पर राममंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया जहाँ आज से 28 साल पहले बाबरी मस्जिद को जमींदोज़ किया गया था. प्रधानमंत्री ने एक धर्मनिष्ठ हिन्दू की वेशभूषा में यजमान की हैसियत से एक लम्बी पूजा की. मौके पर जो लोग मौजूद थे […]
Read Moreदेश भर में जहां शनिवार को भारत का 74वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया वहीं नागा समुदाय के लोगों ने शुक्रवार 14 अगस्त को नागा स्वतंत्रता दिवस की 74वीं वर्षगांठ के रूप में मनाया। एनएससीएन (आईएम) गुट के नेता थुंगालेंग मुइवा ने नागा समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें भारत के साथ सह अस्तित्व […]
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