*इंदौर*। 2022। आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में इंडियन पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन (इप्टा ) द्वारा स्वतंत्रता संग्राम की साझी विरासत की रक्षा करने एवं शहीदों के सपनों को मंजिल तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर “ढाई आखर प्रेम के” एक सांस्कृतिक यात्रा का आयोजन किया गया है। इंदौर (मध्य प्रदेश) में इस यात्रा की […]
Read Moreजो कुछ हो रहा है उससे आक्रामक हिन्दुत्ववादी समूह बहुत प्रसन्न है. उन्हें उनका एजेंडा आगे बढ़ाने का एक सुनहरा मौका मिल गया है.हिन्दू दक्षिणपंथियों को मुस्लिम साम्प्रदायिकता और अतिवाद से बढ़ावा मिलता है.हमें कुछ मुद्दों पर सावधान रहने की जरूरत है. क्या हिजाब मुद्दे पर छिड़े विवाद में मुस्लिम साम्प्रदायिक ताकतों की भागीदारी है? इस […]
Read Moreफिल्म में गोडसे के बयान में सबसे बड़ा झूठ यह है कि गोडसे ने अकेले महात्मा गांधी की हत्या का षड़यंत्र रचा था. सरदार पटेल ने कहा था कि गांधीजी की हत्या की योजना हिन्दू महासभा ने बनाई थी. आगे चलकर जीवनलाल कपूर आयोग इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि ‘‘इन सभी तथ्यों को एकसाथ देखने से […]
Read Moreपिछले माह मन को विचलित करने वाली अनेक घटनाएं हुई. ये घटनाएं हिंसा और स्त्रियों के प्रति द्वेष को बढ़ावा देने वाली, मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने वाली और राष्ट्रपिता का अपमान करने वाली थीं. इसके साथ ही, ‘द वायर’ की शानदार खोजी पत्रकारिता से हमें ‘टेक फ्रॉग’ नामक खतरनाक मोबाइल एप के बारे में […]
Read Moreसूरजपाल अमु ने अत्यंत घटिया और नफरत फैलाने वाला भाषण दिया. उसके बाद उन्हें भाजपा की राज्य इकाई का प्रवक्ता बना दिया गया. गौरक्षा-बीफ के मुद्दे पर अखलाक की हत्या के आरोपियों में से एक की मौत हुई. एक तत्कालीन केंद्रीय मंत्री (महेश शर्मा) ने उसे श्रद्धांजलि दी और उसके शव को तिरंगे में लपेटा. […]
Read Moreस्टेंडअप कामेडियन मुनव्वर फारूकी बंगलौर में एक परोपकारी संस्था के लिए अपना शो करने वाले थे. पूरे टिकट बिक चुके थे. फिर आयोजकों को यह सूचना दी गई कि उन्हें कार्यक्रम रद्द करना होगा. और कार्यक्रम रद्द हुआ. पुलिस ने इसका कारण यह बताया कि फारूकी एक विवादास्पद व्यक्ति हैं और उनके शो से कानून-व्यवस्था […]
Read Moreहमारे देश में जैसे-जैसे साम्प्रदायिकता का बोलबाला बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे राजनैतिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सांप्रदायिक प्रतीकों और नायकों के इस्तेमाल का चलन भी बढ़ रहा है. अपने-अपने राजनैतिक एजेंडे की पूर्ति के लिए विभिन्न राजनैतिक शक्तियां अलग-अलग व्यक्तित्वों का इस्तेमाल कर रहीं हैं. लोगों को बांटने पर आधारित राजनीति का […]
Read Moreरविकान्त रामधारी सिंह दिनकर ने अपनी चर्चित किताब ‘संस्कृति के चार अध्याय’ में लिखा है कि, “इसलाम जब अपने निर्मल उत्कर्ष पर था, तब भी वह भारत में आ चुका था। किंतु, तब उसका आगमन मित्रता के नाते हुआ था। अरब, फ़लीस्तीन और मिस्र से भारत का प्राचीनतम व्यापारिक संबंध था। भारत और पश्चिम के […]
Read Moreप्रभात पटनायक केंद्र सरकार ने संसद में कहा है कि राष्ट्रीय सामाजिक सहायता योजना के अंतर्गत बुजुर्गों को दी जाने वाली मासिक पेंशन की राशि में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। इस समय इस योजना के अंतर्गत 60 से 79 साल तक उम्र वालों के लिए 200 रु महीना और 80 वर्ष और उससे अधिक आयु […]
Read Moreशीर्षक देखकर चौंकने की जरूरत नहीं है। दोनो की एक साथ याद यूं आई कि शिक्षक सरकार के सबसे बड़े पशुधन हैं। मराठी में बैल को पोल कहते हैं- हमारे यहां पोल आकर पोला हो गया। पोला है बैलों का त्यौहार। पोला के दिन बैलों को सजाते सँवारते हैं, उसकी पूजा करते हैं कि हे […]
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