आलेख

चुनाव नतीजे: भारतीय प्रजातंत्र के लिए कुछ अच्छा तो कुछ बुरा -राम पुनियानी

May 16, 2021

हाल में चार राज्यों और एक केन्द्रशासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए. कोरोना की दूसरी अत्यंत घातक लहर के बीच जिस ढंग से ये चुनाव करवाए गए, वह केंद्र में गद्दीनशीन पार्टी के हितों के अनुरूप थे. पश्चिम बंगाल के नतीज़ों का सबको बहुत बेसब्री से इंतजार था और जब वे आये तब कई अलग-अलग […]

Read More

कोरोना वैक्सीन से जुड़ी यह मूलभूत बातें जानिए और अफवाहों को कोसों दूर रखिए!

May 14, 2021

अजय कुमार कोरोना की वैक्सीन के इर्द-गिर्द लोगों में कई प्रकार की भ्रांतियाँ हैं। इन सभी भ्रांतियों से बचने के लिए कोरोना वैक्सीन से जुड़ी कुछ मूलभूत जानकारियों को जानना आवश्यक है। यह जानकारियां विश्व स्वास्थ्य संगठन के वेबसाइट से ली गई हैं। कोरोना वैक्सीन को लेकर कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं। अब […]

Read More

आधुनिक भारतीय इतिहास के दो सबसे डरावने नारे— अच्छे दिन आयेंगे, आपदा में अवसर!

May 8, 2021

उर्मिलेश मरने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या उनकी है, जो सिर्फ आॉक्सीजन या अस्पताल में बेड न मिलने के चलते मरे हैं या मर रहे हैं। इसलिए यह कहना गलत नहीं कि इन लोगों को कोरोना-वायरस ने नहीं, भाजपा की मोदी सरकार के कुशासन ने मारा है।  यह वायरस नहीं जो इतनी बड़ी संख्या में […]

Read More

हिंदुओं को आँकड़ों में बदलने का षड्यंत्र क्या है? क्यों है? -अपूर्वानंद

May 6, 2021

हिंदुओं को आँकड़ों में बदल कर या उन्हें मात्र एक जनसंख्यात्मक समूह की इकाई में शेष करके उन्हें व्यक्ति के तौर पर किसी अधिकार की इच्छा से वंचित किया जा रहा है। जब कोई मुख्यमंत्री कहता है कि आँकड़ों का खेल न खेलें, इससे मुर्दा ज़िंदा नहीं हो जाएँगे तो वह क्या कहना चाहता है? […]

Read More

जो सरकार बार बार पीड़ा देती है, उसे हटा देना चाहिए! -अपूर्वानंद

April 30, 2021

परपीड़ा की राजनीति फल देती है। वह निष्क्रिय पीड़कों के समाज का निर्माण करती है। वह पीड़ा की वैधता भी स्थापित करती है। एक हिस्से को पीड़ित होते रहना होगा जिससे एक बड़े समुदाय को आनंद मिल सके। एक छोटी अवधि तक पीड़ित होना होगा, जिससे चिरकाल का सुख मिल सके। जो पीड़ा की शिकायत […]

Read More

चुनाव आयोग के नाकारापन से बंगाल में कोरोना का विस्फोट

April 23, 2021

अनिल जैन पश्चिम बंगाल में जारी विधानसभा चुनाव के बीच कोरोना संक्रमण के हालात कितने भयावह शक्ल ले चुके हैं, इसे कोलकाता हाई कोर्ट की बेहद तल्ख टिप्पणियों से समझा जा सकता है। कोलकाता हाई कोर्ट ने राज्य के हालात पर चिंता और नाराजगी जताते हुए कहा कि बहुत हो चुकी चुनावी रैलियाँ, अब बस […]

Read More

लक्षद्वीप में अमरीकी नौसेना: नौवहन की आज़ादी की आड़ में युद्धपोत कूटनीति

April 21, 2021

प्रबीर पुरकायस्थ अमरीका मानता है कि उसके युद्धपोतों को जो नाभिकीय शस्त्रों से लैस होते हैं, तटवर्ती देशों की अनुमति के बिना ही, हर जगह अपने सैन्य अभ्यास करने का बेरोक-टोक अधिकार है। दक्षिण चीन सागर में अमरीका के नौवहन की आजादी के दावों का अनुमोदन करने वाली भारत सरकार के लिए, यह झकझोर देने […]

Read More

‘भारत में कोविड-19 की कितनी लहरें होंगी, यह बता पाना मुश्किल है’—वैक्सीन विशेषज्ञ संजय राय

April 17, 2021

अजाज़ अशरफ शीर्ष वैज्ञानिक इस बात को लेकर चेता रहे हैं कि बाज़ार में वैक्सीन के ब्रांडों की भरमार है और निश्चित रूप से इससे टीकों का व्यावसायीकरण हो जायेगा। कुछ लोगों को इस बात की आशंका थी कि कोरोनावायरस बीमारी या कोविड-19 की दूसरी लहर पूरे भारत में फैल जायेगी। शहरों में कर्फ़्यू है […]

Read More

क्या इस देश के लोकतंत्र को अल्जाइमर रोग हो गया है?

April 14, 2021

आशुतोष कुमार सिंह राष्ट्र और इंसान की जीवन अवधि अमूमन अलग-अलग होती है। बावजूद इसके आज़ादी के 75 वर्ष के पास पहुँचे भारत राष्ट्र में अल्जाइमर रोग के लक्षण दिखने शुरू हो गए हैं जो 75 वर्ष के इंसान में भी नहीं दिखता। उम्र से पहले बूढ़े होते भारतीय राष्ट्र में दिखते इस जनतांत्रिक रोग […]

Read More

‘अन्ना आंदोलन’ के जनतंत्र विरोधी नुस्खे से ही आज बन रहे क़ानून! – अपूर्वानंद

April 12, 2021

मुझे करण थापर की अरविन्द केजरीवाल और प्रशांत भूषण के साथ एक चर्चा याद है। इस चर्चा में दोनों ही काफ़ी यक़ीन के साथ और उसमें अहंकार कम न था, कह रहे थे कि संसद सिर्फ़ 5 मिनट में उनके प्रस्ताव को क़ानून का दर्जा दे सकती है, बहस-मुबाहसे में वक़्त क्यों जाया करना! उनका […]

Read More