ईरान के राष्ट्रपति चुनाव में सुधारवादी नेता मसूद पेज़ेश्कियान को जीत मिली है. उन्होंने कट्टरपंथी नेता सईद जलीली को हरा दिया है. ईरान के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मई महीने में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी. इसके बाद ही ईरान में नए राष्ट्रपति के लिए चुनाव हुए थे.
चुनाव नतीजों के मुताबिक़ अब तक गिने गए तीन करोड़ वोटों में से डॉ. मसूद पेज़ेश्कियान को 53.3 फ़ीसदी वोट मिले हैं जबकि जलीली को 44.3 फ़ीसदी वोट मिले हैं.28 जून को पहले दौर की वोटिंग में किसी भी उम्मीदवार को बहुमत नहीं मिला था.
देश में इस बात को लेकर आशंका जताई जा रही थी कि जलीली जीते तो पश्चिमी दुनिया से ईरान का टकराव और बढ़ जाएगा.उनकी नीतियां ईरान के लिए ज्यादा प्रतिबंध और अलगाव के अलावा और कुछ नहीं लाएंगीं.
पेज़ेश्कियान पेशे से हार्ट सर्जन रहे हैं. सुधारवादी माने जाने वाले पेज़ेश्कियान देश में ‘मोरल पुलिसिंग’ के कड़े आलोचक रहे हैं.
उन्होंने ईरान में ‘एकता और सद्भाव’ लाने का वादा किया था. साथ ही ये भी वादा किया था कि वो दुनिया से ईरान के अलगाव को ख़त्म करेंगे.
इसके बाद ही ईरान के लोगों का उनकी ओर झुकाव बढ़ना शुरू हुआ.
पेज़ेश्कियान ने पश्चिमी देशों के साथ साल 2015 के असफल परमाणु समझौते के नवीनीकरण पर “सकारात्मक बातचीत” का भी आह्वान किया है.
एजेंसियां