ख़लील जिब्रान (6 जनवरी, 1883–10 जनवरी, 1931) अरबी और अंग्रेजी के लेबनानी-अमेरिकी कलाकार, कवि तथा न्यूयॉर्क पेन लीग के लेखक थे। उन्हें अपने चिंतन के कारण समकालीन पादरियों और अधिकारी वर्ग का कोपभाजन होना पड़ा और जाति से बहिष्कृत करके देश निकाला तक दे दिया गया था। जीवन की कठिनाइयों की छाप उनकी कृतियों में […]
Read Moreरविकान्त दरअसल, भारत की हिन्दू संस्कृति की रक्षक होने का दंभ भरने वाली दक्षिणपंथी पार्टी के आईटी सेल की यह करतूत है। नारियों को पूजने और सारी धरती को कुटुम्ब बताने वाली भारत की हिन्दू संस्कृति के झंडाबरदार इस हद तक एक महिला का अपमान कर सकते हैं! क्या यही विश्वगुरू भारत की संस्कृति है? […]
Read Moreसन 2020 का छह दिसंबर, सन 1992 से अब तक के छह दिसंबरों से कई अर्थों में भिन्न था. आज से 28 साल पहले, 20 दिसंबर को बाबरी मस्जिद ढहा दी गई थी. तब से लेकर पिछले साल तक अयोध्या में इस दिन दो अलग-अलग प्रकार के कार्यक्रम हुआ करते थे. हिंदुत्व संगठन इस दिन […]
Read Moreनवीन कुमार ऑस्ट्रेलिया में भारत के एक मुकाबले के बाद कप्तान विराट कोहली ड्रेसिंग रूम की तरफ जा रहे होते हैं। दर्शक दीर्घा में बैठी एक महिला जोर से चिल्लाती है- “विराट कोहली तुम कहां हो? किसान एकता जिंदाबाद.. भारतीय किसानों का समर्थन करो.. वर्ना तुम टॉयलेट पेपर से ज्यादा कुछ नहीं..।” इस टिप्पणी को […]
Read Moreहरजिंदर अभी हमें पता नहीं है कि यह आंदोलन कितना लंबा चलेगा। सरकारें आमतौर पर ऐसे आंदोलनों को थका कर ख़त्म करने की कोशिश भी करती हैं। कितनी माँगें मानी जाएँगी और कितनी नहीं, यह भी अभी नहीं कहा जा सकता। लेकिन एक बात तय है कि दिल्ली की सीमाओं पर डटे ये किसान जब […]
Read Moreश्वेतांक जैसे ही दिमाग में शब्द ‘ट्रैजेडी’ आता है अचानक से उसमें किंग जैसा विशेषण जुड़ जाता है. और सूरत उभरती है एक अधेड़ उम्र के आदमी की, जो आधी रात को सुनसान सड़क पर अपनी पत्नी के साथ जा रहा है. अचानक से पत्नी की तबीयत बिगड़ती है और ये आदमी बेतहाशा सड़क पर […]
Read Moreसुधीर कुमार सुथार किसान आंदोलन का योगदान इससे तय नहीं होगा की उन्होंने क्या हासिल किया, अपितु उन्होंने लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जो बहादुरी दिखाई उससे होगा। पिछले कुछ समय से किसान आंदोलन लगातार इस बात के लिए प्रयासरत हैं कि वे केवल खेती से सम्बंधित मुद्दों और जुड़े लोगों को […]
Read Moreशिरीष खरे स्वास्थ्य के जानकारों द्वारा कोरोना की दूसरी लहर को लेकर जब आशंका जताई जा रही है तो राज्य में ख़ून की कमी के कारण एक नया संकट खड़ा होता दिख रहा है।राजधानी मुंबई से लेकर दूरदराज में मराठवाड़ा, पश्चिमी महाराष्ट्र, कोंकण, उत्तर महाराष्ट्र, विदर्भ और खानदेश के ग्रामीण भागों तक ख़ून का टोटा […]
Read Moreकृषि कानूनों के विरोध में सिंघु बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। किसानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करने और महामारी एक्ट और अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। खबरों के मुताबिक, किसानों के खिलाफ एफआईआर अलीपुर थाने में दर्ज की गई है। विदित […]
Read Moreअनीश अंकुर ऐतिहासिक थर्ड कम्युनिस्ट इंटरनेशनल की दूसरी कांग्रेस (1920) के शताब्दी वर्ष के अवसर पर विशेष । 1920 में हुए कम्युनिस्ट इंटरनेशनल की दूसरी कांग्रेस ने पहली के मुकाबले एक बड़ी छलांग लगाई थी। मार्च 1919 में सम्पन्न पहली कांग्रेस में सिर्फ 51 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। बोल्शेविकों को छोड दें तो बाहरी मुल्कों […]
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