अमरीका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन का बचाव पैकेज अमरीका के जीडीपी के करीब 10 फीसद के बराबर बैठेगा। दूसरी ओर कुछ महीनों के लिए सभी परिवारों को 7,000 रु महीना की मदद देने की मांग पर मोदी सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। राष्ट्रपति पद संभालने से भी पहले ही, अमरीका के…
दौसा व मेहंदीपुर बालाजी में हुई किसानों की महापंचायत ने केंद्र सरकार तक यह संदेश पहुंचाया है कि यह आंदोलन अब सिर्फ़ कुछ राज्यों का नहीं रहा है बल्कि इसकी आंच लगातार फैलती जा रही है।इन दोनों जगहों पर हुई महापंचायतों में किसानों ने कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आर-पार की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया…
कृषि करना आवश्यक है, चूंकि आधुनिक कृषि का काम सब्सिडी के बिना नहीं किया जा सकता है, राज्य को सुनिश्चित करना चाहिए कि किसानों को उनकी उपज के लिए पर्याप्त पारिश्रमिक मिलता रहे है, क्योंकि घाटे में किसान खेती नहीं करेगा। इस लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य सभी किसानों को दिया जाना चाहिए। वित्त मंत्री निर्मला…
पुलकित भारद्वाज ढोला-मारू की प्रेम कहानी से जुड़ा यह लोकगीत सदियों से राजस्थान की मिट्टी में बसा है, लेकिन इसे सम्मान के सर्वोच्च शिखर तक पहुंचाया अल्लाह जिलाई बाई ने । सुनिए नग्मा- आसमान तक ऊंचे रेत के धोरे और रेत की ही सुनहरी चादर में लिपटी जमीन. दूर-दूर तक दिखता रेत का अनंत सैलाब…
डॉ. ए.के. अरुण लोकसभा में पेश बजट 2021-22 कोरोना काल का बजट है इसलिए इसमें स्वास्थ्य के मद में कुछ ज्यादा धन दिखाई दे रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में ‘‘स्वास्थ्य संकट’’ का स्पष्ट उल्लेख यह दर्शाने के लिए काफी है कि आने वाले समय में स्वास्थ्य की चुनौतियां ज्यादा गंभीर…
कविता बनारस ज्ञान, भोग और भक्ति का संगम है तो यहां जन्मे जयशंकर प्रसाद ज्ञान, अध्यात्म और देशभक्ति का संगम थे कुछ एक शहरों के लिए कहा जा सकता है कि वे एक जगह थमे हैं तो उतने प्रवाहमान भी हैं. बनारस इन्हीं में से एक है. अपनी सांस्कृतिक पहचान, जिसमें उसका भदेसपन शामिल है,…
पिछली बार मुसलमानों के ख़िलाफ़ घृणा का प्रचार किया गया और फिर उनपर भीड़ की हिंसा को स्वतःस्फूर्त क्षोभ की अभिव्यक्ति कहा गया। इस बार सिखों के ख़िलाफ़ घृणा का प्रचार किया जा रहा है। भारत गृह युद्ध की तरफ ढकेला जा रहा है। यह शासकों की तरफ से किया जा रहा है। या शायद…
नई दिल्ली/उदयपुर। कला और साहित्य दो भिन्न क्षेत्र नहीं हैं, बल्कि एक – दूसरे से गहरे स्तर तक जुड़े हुए हैं। ऐसी कोई भी महीन या बारीक रेखा नहीं है,जो इन्हें अलगाती हो। कला और साहित्य की अंतःसूत्रता को समझने के लिए, दोनों का सूक्ष्म निरीक्षण बेहद जरूरी है। गहरी अंतर्दृष्टि के संभव होने पर…
इंदौर, 31 जनवरी 2021. गत वर्ष दिसम्बर के महीने में इंदौर, उज्जैन, मंदसौर और अलीराजपुर जिलों में हुई साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं के कारणों की जाँच करने के लिए एक नौ सदस्यीय स्वतंत्र तथ्यान्वेषी दल ने इन इलाकों का दौरा किया। हालाँकि हिंसा की घटनाएँ ज्यादा फैली नहीं लेकिन दल के सदस्यों ने ये महसूस…
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