अनिल जैन भारत में नौकरशाही तो राजनीतिक सिस्टम का हिस्सा बहुत पहले से बनती रही है। आर्थिक, वैदेशिक और रक्षा मामलों के विशेषज्ञ और सलाहकार भी सरकार के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व की भाव-भंगिमा के अनुरूप सलाह देते रहे हैं, लेकिन कोरोना महामारी के दौर में यह पहली बार देखने को मिल रहा है शीर्ष पदों […]
Read Moreएक चम्मच घी जलाने से 10 टन ऑक्सीजन बनने की बात अवैज्ञानिक.व भ्रामक है। क्या आप जानते है कि आग जलाने के लिए कौन सी गैस की आवश्यकता होती है ,और किस गैस के नही होने से आग बुझ जाती, है ,इनका जवाब ऑक्सीजन गैस है, जिसे प्राण वायु भी कहा जाता है , यह […]
Read Moreबीते 6 मई 2021 से जहाँ एक ओर हमास नामक एक उग्रवादी फिलिस्तीनी समूह, अल अक्सा मस्जिद से जुड़े विवाद को लेकर इजराइल पर मिसाइलें दाग रहा है वहीं इजराइल, फिलिस्तीनियों पर बड़े पैमाने पर हमले कर रहा है. इस टकराव में फिलिस्तीनी पक्ष को जानोमाल का अधिक नुकसान उठाना पड़ा है. फिलिस्तीन में 60 […]
Read Moreशास्त्री रामचंद्रन ऐसे उपन्यासों और फ़िल्मों की कोई कमी नहीं है, जिनमें मर चुके और मर रहे लोगों से एक आतंकराज की छवियां उभरती हैं। हालांकि, भारत की जो हक़ीक़त है, वह किसी भी उपन्यास या फ़िल्मों में कल्पित या दिखायी गयी किसी भी चीज़ के मुक़ाबले इतनी ज़्यादा गंभीर है कि उसे शब्दों में […]
Read Moreसोनिया यादव मणिपुर के पत्रकार किशोरचंद्र वांगखेम और राजनीतिक कार्यकर्ता एरेन्ड्रो लेचोम्बाम को ‘गाय के गोबर और गोमूत्र’ से जुड़ी उनकी एक फ़ेसबुक पोस्ट के लिए पुलिस ने गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया है। दोनों पर राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून यानी एनएसए लगा दिया गया है। इस गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर मणिपुर में प्रेस […]
Read Moreधर्म की विभिन्न परिभाषाएँ अनेक लोगों ने प्रस्तुत की हैं । धर्म को विभिन्न अर्थों में चाहे जैसे प्रस्तुत किया जाए लेकिन वह अपने कर्मकांड के स्वरूप में व्यापार ही है । व्यापार अथवा दुकानदारी का मतलब ही किसी वस्तु को उसके वास्तविक मूल्य से अधिक मूल्य पर बेचना होता है । वास्तविक मूल्य से […]
Read Moreउत्तर प्रदेश में अलग-अलग प्रकार के अपराध और हिंसा की घटनाएँ किसी राज्य से कम नहीं बल्कि इस मामले में वह हर प्रकार की हिंसा में अगली पंक्ति में पाया जाता है। इसलिए चुनाव के बाद हिंसा आश्चर्यजनक नहीं। क्या आपको उत्तर प्रदेश में पंचायत और स्थानीय निकाय के चुनावों के बाद की हिंसा और […]
Read Moreभारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान न्यायदर्शन के साथ-साथ वर्षों से उनके पेशेवर कार्यकलापों को रेखांकन करते हुए मानवाधिकार कार्यकर्ता और वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह 47 वें सीजेआई के रूप में न्यायमूर्ति एसए बोबडे की जटिल विरासत पर नज़र डाल रही हैं और उन्हें एक ऐसे ग़ैर-परंपरागत न्यायायिक अधिकारी के […]
Read Moreराज कुमार इस समय वैज्ञानिक सोच की बड़ी ज़रूरत महसूस की जा रही है। उस अख़बार में भी वैज्ञानिक सोच का इश्तिहार छप रहा है जिस अख़बार को लोग ख़रीदते ही राशिफल देखने के लिये हैं।देश का स्वास्थ्य ढांचा चरमराया हुआ है। ऑक्सीजन, बेड और वेंटिलेटर के लिये हाहाकार मचा है। लोगों को लगातार संदेश […]
Read Moreप्रोसेनजीत दत्ता केंद्र-राज्य सरकारों एवं निजी अस्पतालों के लिए कोविशिल्ड वैक्सीन के अलग-अलग और बढ़े हुए दामों की सीरम इंस्टीट्यूट की घोषणा ने अशांत कर देने वाले कुछ सवाल खड़े कर दिये हैं। केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और अंत में, निजी अस्पतालों से कोविशिल्ड के लिए क्या दाम लिये जाएंगे, इसको लेकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया […]
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