भारत ने 41 वर्षों बाद आखिर हॉकी मं पदकों के सूखेसे निजात पाते हुए टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता। हर भारतीय के लिए एक लम्बे अरसे के बाद मिला यह कांसा भी स्वर्ण से कम नहीं है और हर हॉकी प्रेमी को इस जीत के साथ ही एक अरसे बाद जीत के नशे का […]
Read Moreआज भारतीय जन नाट्य संघ यानि इप्टा का स्थापना दिवस है । कहा जाता है कि औपचारिक रूप से आज ही के दिन 25 मई 1943 को औपनीवेशीकरण, फासीवाद और साम्राज्यवाद के खिलाफ बंबई (आज की मुंबई) में इप्टा की स्थापना हुई थी । उल्लेखनीय है कि इप्टा की स्थापना के स्वर्ण जयंती के अवसर […]
Read Moreकिसान आंदोलन की पूरे देश में हलचल है। किसान आंदोलन के चलते न सिर्फ किसान बल्कि एक बहुत बडा वर्ग उद्वेलित है जिसमें युवा वर्ग की भागेदारी एक नए बदलाव का संकेत दे रही है। विगत लगभग 6 माह से जारी यह आंदोलन एक नया इतिहास रच रहा है जिसके भीतर से उठती ध्वनियों में […]
Read Moreव्यंग्य में प्रभाकर चौबे एक सुपरिचित और प्रतिष्ठित नाम रहा है। देश के प्रतिष्ठित व्यंग्यकार, सुप्रसिद्ध साहित्यकार व संपादक रहे श्री प्रभाकर चौबे लगभग 6 दशकों तक अपनी लेखनी से लोकशिक्षण का कार्य करते रहे । लगभग 25 वर्षों तक देशबंधु समाचार पत्र में उनका नियमित व्यंग्य कॉलम “हंसते हैं रोते हैं ”प्रकाशित होता रहा।आज होली के अवसर […]
Read Moreकिसान नेता राकेश टिकैत की भावुक अपील का वृहत्तर पैमाने पर और विशेष रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जबरदस्त असर हुआ । पश्चिमी यूपी के जाट समुदाय ने उनकी अपील को जाट समुदाय के स्वाभिमान से जोड़ते हुए टिकैत के समर्थन में रातों रात एकजुटता का प्रदर्शन किया उससे केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा के […]
Read Moreहम मेहनतकश इस दुनिया से जब अपना हिस्सा मांगेगे इक बाग़ नहीं इक खेत नहीं हम सारी दुनिया मांगेंगे ( फैज़) फैज़ साहब की नज़्म आजदिल्ली की सीमाओं पर साकार होती नज़र आ रही है। हाड़ कंपाती ठंड में लगभग डेढ़ माह से दिल्ली सीमा पर अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे किसानों का मोर्चा […]
Read Moreभूपेश बघेल सरकार की दूसरी वर्षगांठ पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर द्वारा माता कौशल्या की जन्मभूमि पर विवाद खड़ा करने की कोशिश छत्तीसगढ़ियों की आस्था पर प्रश्न चिन्ह है। ग़ौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में राम जन्मभूमि पर दिए गए फैसले में साफ कहा कि जन्मभूमि करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा मसला […]
Read Moreफ्रेडरिक एंगेल्स (जन्मतिथिः 28 नवम्बर, 1820) मज़दूर वर्ग और समस्त मानवता की मुक्ति की विचारधारा, वैज्ञानिक कम्युनिज़्म के सिद्धान्त को विकसित करने कार्ल मार्क्स के अनन्य सहयोगी और मित्र थे। आधुनिक सर्वहारा के महान शिक्षकों में कार्ल मार्क्स के बाद उनका ही नाम आता है। मार्क्स की मृत्यु के बाद एंगेल्स अंतिम साँस तक यूरोप […]
Read Moreमेरे पास गांधी की पीतल की एक प्रतिमा है। करीब सवा फिट ऊँची। बहुत पहले मेरे पिता पैंतीस रुपए में खरीद कर लाए थे। कहाँ से, यह मुझे याद नहीं। प्रतिमा तीन सीढ़ियों के ऊपर रखी है। गांधी का ‘बस्ट’ बना है। पीतल पर सारा काम है। गांधी के चादर की सलवटें, गले की झुर्रियाँ, […]
Read Moreसंदीप राउज़ी प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने बीते रविवार को अपने 69वें ‘मन की बात’ में शहीदे आज़म भगत सिंह की बहादुरी और साहस का ज़िक्र करते हुए कहा कि “क्या आज कोई कल्पना कर सकता है कि जिस अंग्रेज़ी राज में कभी सूरज नहीं डूबता था, वो 23 साल के नौजवान से भयभीत […]
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