यह वर्ष फणीश्वरनाथ रेणु की जन्मशताब्दी वर्ष है। हमारी कोशिश होगी कि हम लगातार उनकी रचनाओं को आपके लिए लेकर आएं । आज पढिए कहानी- पहलवान की ढोलक (संपादक) जाड़े का दिन। अमावस्या की रात—ठंढ़ी और काली। मलेरिया और हैजे से पीड़ित गांव भयार्त शिशु की तरह थर—थर कांप रहा था। पुरानी और उजड़ी, बांस—फूस […]
Read Moreकिसी भी महामारी के दौर में आंकड़े काफ़ी अहम भूमिका निभाते हैं। इनसे हमें महामारी को समझने और इसको रोकने के तरीक़ों को ईजाद करने में मदद मिलती है। संक्रमण की सही तस्वीर को समझने के लिए किसी को मरीज़ों की असली संख्या पता होना चाहिए। इसलिए महामारी की जांच (टेस्टिंग) एक अहम मुद्दा है। […]
Read More