प्रेमचंद की 141 वीं जयंती पर उनके गांव लमही में दीपावली मनाने की तैयारी है। लगभग 51 सौ दीयों से जयंती की शाम प्रेमचंद का लमही गांव जगमग होगा। प्रेमचंद के आवास स्मारक और शोध केंद्र को दीपों से सजाया जाएगा।लमही महोत्सव-2021 के आयोजन की जिम्मेदारी इस बार पुरातत्व विभाग को सौंपी गई है। प्रेमचंद की 141 वीं जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम फेसबुक लाइव पर प्रसारित किया जाएगा। यह कार्यक्रम कई चरणों में आयोजित किया गया है। साहित्यप्रेमी और लोग ऑनलाइन इस लिंक से https://www.facebook.com/munshipremchandlamhimahotsav/ कार्यक्रम में जुड़ सकते हैं।
उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 141 वीं जयंती पर उनके गांव लमही में दीपावली मनाने की तैयारी हो रही है। लगभग 51 सौ दीयों से जयंती की शाम लमही गांव जगमग होगा। प्रेमचंद के आवास, स्मारक और शोध केंद्र को क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी सुभाष यादव के नेतृत्व में सजाया जाएगा तो प्रेमचंद सरोवर को ग्राम पंचायत सजाएगा। वहीं प्रवेश द्वार को बेलवाबाबा व्यापार मंडल दीपों से जगमग करेगा। हालांकि कोरोना महामारी के तीसरे लहर को देखते हुए जयंती पर अन्य सभी कार्यक्रम ऑनलाइन ही होंगे।
दिनभर आयोजित होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
जयंती पर हर वर्ष की तरह इस बार भी बच्चों के लिए कहानी और चित्रकला प्रतियोगिता का ऑनलाइन आयोजन किया गया है। जयंती के दिन सुबह 10 बजे मुंशी प्रेमचंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद सुबह 10:30 बजे ‘ प्रेमचंद की कथा दृष्टि ‘ पर साहित्यकार डॉ. रामसुधार सिंह, प्रो. श्रद्धानन्द और ओम धीरज वार्ता करेंगे। उसके बाद दोपहर 12 बजे शोध केंद्र में ‘ प्रेमचंद और हमारा समय ‘ पुस्तक का लोकार्पण बीएचयू के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. विजय बहादुर सिंह, प्रो. आभा गुप्त ठाकुर, प्रो. नीरज खरे, प्रो. आफताब अहमद, प्रो. अनुराग दवे करेंगे। दोपहर 2 से शाम चार बजे तक प्रेरणा कला मंच की ओर से कहानी ‘ देवी ‘ और लोककला विकास एवं शोध समिति की ओर से ‘मंत्र’ का नाट्य मंचन किया जाएगा। शाम चार से छह बजे तक लोकगीत गायिका सुचरिता गुप्ता कजरी का गायन करेंगी। तो डॉ. शिवानी शुक्ला और नीलम सिंह लोकगीत का वादन करेंगी। इसका प्रसारण ‘ रेडियो प्रेमचंद ‘ मोबाइल एप पर भी प्रसारण किया जाएगा।
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