आज भारतीय जन नाट्य संघ यानि इप्टा का स्थापना दिवस है । कहा जाता है कि औपचारिक रूप से आज ही के दिन 25 मई 1943 को औपनीवेशीकरण, फासीवाद और साम्राज्यवाद के खिलाफ बंबई (आज की मुंबई) में इप्टा की स्थापना हुई थी । उल्लेखनीय है कि इप्टा की स्थापना के स्वर्ण जयंती के अवसर […]
Read Moreप्रबीर पुरकायस्थ पूछा जा सकता है कि वह क्या है जो भारत को, जो हुआ है उससे अलग तरीके से करना चाहिए था? यही बता रहे हैं प्रबीर पुरकायस्थ- आत्मनिर्भरता की हमारी पहली परिकल्पना, हमारे देश की आज़ादी की लड़ाई में से निकली थी। इस आत्मनिर्भरता का अर्थ था, अपनी अर्थव्यवस्था पर औपनिवेशिक नियंत्रण के […]
Read Moreबीते 6 मई 2021 से जहाँ एक ओर हमास नामक एक उग्रवादी फिलिस्तीनी समूह, अल अक्सा मस्जिद से जुड़े विवाद को लेकर इजराइल पर मिसाइलें दाग रहा है वहीं इजराइल, फिलिस्तीनियों पर बड़े पैमाने पर हमले कर रहा है. इस टकराव में फिलिस्तीनी पक्ष को जानोमाल का अधिक नुकसान उठाना पड़ा है. फिलिस्तीन में 60 […]
Read Moreशास्त्री रामचंद्रन ऐसे उपन्यासों और फ़िल्मों की कोई कमी नहीं है, जिनमें मर चुके और मर रहे लोगों से एक आतंकराज की छवियां उभरती हैं। हालांकि, भारत की जो हक़ीक़त है, वह किसी भी उपन्यास या फ़िल्मों में कल्पित या दिखायी गयी किसी भी चीज़ के मुक़ाबले इतनी ज़्यादा गंभीर है कि उसे शब्दों में […]
Read Moreकिसान आंदोलन 175वे दिन में प्रवेश कर गया है। इस दौरन किसान सरकारी दमन के साथ ही प्रकृति की क्रूरता का भी बड़ी बहदुरी से समाना कर रहे है। विगत दिनों भारी बारिश से दिल्ली और हरियाणा की सीमाओं पर लगे मोर्चों में भारी नुकसान हुआ। किसानों के लंगर व रहने के प्रबंधन में अव्यवस्था […]
Read Moreसोनिया यादव मणिपुर के पत्रकार किशोरचंद्र वांगखेम और राजनीतिक कार्यकर्ता एरेन्ड्रो लेचोम्बाम को ‘गाय के गोबर और गोमूत्र’ से जुड़ी उनकी एक फ़ेसबुक पोस्ट के लिए पुलिस ने गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया है। दोनों पर राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून यानी एनएसए लगा दिया गया है। इस गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर मणिपुर में प्रेस […]
Read Moreअजय कुमार हम ढंग से न अपनी जिंदगी के प्रति सोचते हैं और न ही उस संस्था के प्रति जिसे हमारी जिंदगी को संवारने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।मेरे गांव में कुछ दिन पहले सांप काटने की वजह से नौजवानी में कदम रख रहे एक साथी की असमय मौत हो गई। इस जीवन को बचाया […]
Read Moreफ़लस्तीन की चौहद्दी क्या है? क्या उसका प्रधानमंत्री भी अपनी मर्जी से कहीं आ-जा सकता है, बाकी लोगों की बात ही छोड़ दीजिए? फ़लस्तीन की ज़मीन कहाँ है? किसके कब्जे में है? ये सरल प्रश्न हैं। लेकिन कोई पूछता नहीं। कहा जाता है, यह मामला ज़रा पेचीदा है। “देखो, पृथ्वी, हम सबसे ज़्यादा फिजूलखर्च निकले।” […]
Read Moreनारद घूस कांड में पश्चिम बंगाल के मंत्री फ़िरहाद हक़ीम और सुब्रत मुखर्जी की गिरफ़्तारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ख़ुद सीबीआई दफ़्तर पहुँच गईं और अफ़सरों को चुनौती देते हुए कहा कि वे उन्हें गिरफ़्तार करें। लेकिन वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सीबीआई की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह […]
Read Moreछत्तीसगढ़ के रंगमंच में सितारा हैसियत रखने वाले इस शख्स के अंदर अदबाे आदाब का कीमती खज़ाना था ,यह व्यक्ति चलता था ताे इसके साथ साथ सभ्यता चलती थी , यह व्यक्ति सच्चाई, ईमानदारी का प्रतीक था, वामपंथी विचारधारा का अलमबरदार था, न इसे दाैलत की भूख थी न श्रेय लेने की प्यास | कामरेड […]
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