हाल में चार राज्यों और एक केन्द्रशासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए. कोरोना की दूसरी अत्यंत घातक लहर के बीच जिस ढंग से ये चुनाव करवाए गए, वह केंद्र में गद्दीनशीन पार्टी के हितों के अनुरूप थे. पश्चिम बंगाल के नतीज़ों का सबको बहुत बेसब्री से इंतजार था और जब वे आये तब कई अलग-अलग […]
Read Moreअजय कुमार कोरोना की वैक्सीन के इर्द-गिर्द लोगों में कई प्रकार की भ्रांतियाँ हैं। इन सभी भ्रांतियों से बचने के लिए कोरोना वैक्सीन से जुड़ी कुछ मूलभूत जानकारियों को जानना आवश्यक है। यह जानकारियां विश्व स्वास्थ्य संगठन के वेबसाइट से ली गई हैं। कोरोना वैक्सीन को लेकर कई तरह की भ्रांतियां फैली हुई हैं। अब […]
Read Moreभारत में COVID-19 के भारी कहर और ‘घरेलू वैक्सीन की कमी’ के बीच कई राज्यों/केंद्र शासित प्रदेश ने वैक्सीन खरीदने के लिए ग्लोबल टेंडर जारी करने की बात कही है. इस बीच, केंद्र ने कहा है कि वो अब तक राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की 18 करोड़ से ज्यादा खुराकें निशुल्क उपलब्ध करा चुका […]
Read Moreकोविड-19 से लड़ाई अगर युद्ध स्तर पर लड़ी जा रही है तो लोगों को मुफ्त में टीका क्यों नहीं मुहैया करवाया जा रहा?मोदी सरकार के तमाम फैसलों में सबसे अविचारपूर्ण है- टीके के वितरण का तथाकथित ‘उदारीकरण’ करने का उसका फैसला। पहले केंद्र सरकार, दोनों टीका उत्पादकों की अकेली खरीददार थी, जो उनसे 150 रु0 […]
Read Moreबी. सिवरामन इस लेख में हम जारी संकट के विभिन्न आयाम देखेंगे और पड़ताल करेंगे कि इसका हल कैसे निकाला जा सकता है।यद्यपि सरकारें, कॉरपोरेट्स और नागरिक समाज युद्ध स्तर पर लग गए हैं, ऑक्सीजन संकट जारी है। इस लेख में हम जारी संकट के विभिन्न आयाम देखेंगे और पड़ताल करेंगे कि इसका हल कैसे […]
Read Moreधर्म की विभिन्न परिभाषाएँ अनेक लोगों ने प्रस्तुत की हैं । धर्म को विभिन्न अर्थों में चाहे जैसे प्रस्तुत किया जाए लेकिन वह अपने कर्मकांड के स्वरूप में व्यापार ही है । व्यापार अथवा दुकानदारी का मतलब ही किसी वस्तु को उसके वास्तविक मूल्य से अधिक मूल्य पर बेचना होता है । वास्तविक मूल्य से […]
Read Moreकोरोना के संक्रमण के चलते देश भर में ऑक्सिजन ,की कमी ,अनुपलब्धता की खबरें लगातार खबरों में हैं .कभी कभी आम लोगों के मन में यह सवाल तो उठता ही है कि ,हम हवा में सांस लेते हैं, तो हवा को सिलेंडरों में क्यों नहीं भर लेते?आखिर अस्पतालों में मरीज की जीवन रक्षा के लिए पाइप […]
Read Moreउर्मिलेश मरने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या उनकी है, जो सिर्फ आॉक्सीजन या अस्पताल में बेड न मिलने के चलते मरे हैं या मर रहे हैं। इसलिए यह कहना गलत नहीं कि इन लोगों को कोरोना-वायरस ने नहीं, भाजपा की मोदी सरकार के कुशासन ने मारा है। यह वायरस नहीं जो इतनी बड़ी संख्या में […]
Read Moreसोनिया यादव अलग- अलग संस्थाओं की ओर से जारी कई रिपोर्ट्स में भी इस बात का दावा किया गया है कि रोज़गार और शिक्षा के मौक़े ख़त्म होने से महिलाएं ख़राब मानसिक और शारीरिक स्वास्थ का शिकार हो रही हैं। इसके अलावा लगातार घरेलू हिंसा, महिलाओं के साथ यौन हिंसा बढ़ने की खबरें भी लगातार […]
Read Moreउत्तर प्रदेश में अलग-अलग प्रकार के अपराध और हिंसा की घटनाएँ किसी राज्य से कम नहीं बल्कि इस मामले में वह हर प्रकार की हिंसा में अगली पंक्ति में पाया जाता है। इसलिए चुनाव के बाद हिंसा आश्चर्यजनक नहीं। क्या आपको उत्तर प्रदेश में पंचायत और स्थानीय निकाय के चुनावों के बाद की हिंसा और […]
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