Author: admin

किसान आंदोलनः सुप्रीम कोर्ट की बनाई कमेटी से अलग हुए भूपिंदर मान

January 14, 2021

किसान आंदोलन की सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने चार सदस्यों की एक कमिटी बनाई थी. इन चार में से एक सदस्य यानी भूपिंदर सिंह मान ने खुद को कमिटी से अलग कर लिया है. सरकार के लिए यह एक बहुत बड़ा झटका है. उल्लेखनीय है कि भूपिंदर सिंह मान के नाम पर शुरू से बवाल हो […]

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सरकार को बचाने की कोशिश में सुप्रीम कोर्ट ने किसानों का भरोसा खो दिया है!

January 14, 2021

प्रताप भानु मेहता सुप्रीम कोर्ट अब एक ऐसे बेढब दिखने वाले फंतासी पात्र की तरह दिखने लगा है, जो जैसा दिखता है वैसा होता नहीं है। इसका स्वरूप रहस्यमय तरीके से बदलता रहता है, मासूम चेहरा इसकी ज़हरीली फुफकार को ढँक देता है, और ज़रूरत के हिसाब से आकार बदलता रहता है। अदालत संवैधानिक क़ानूनों […]

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वेब सीरीज़ क्रिमिनल जस्टिस: धारणाओं, पूर्वाग्रहों को चुनौती देता एक सघन अनुभव

January 13, 2021

सत्यम श्रीवास्तव  ‘क्रिमिनल जस्टिस’ सीजन -1, ऐसे तो कानूनी पेचीदगियों से भरी एक कहानी है लेकिन यह दर्शकों को खुद जासूस हो जाने का मौका मुहैया कराती है और शायद यही वजह है कि लगभग आठ घंटे की इस वेब सीरीज़ को एक बार देखना शुरू करने पर आप अंत देखे बगैर उठ नहीं पाते. […]

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विवेकानंद ने बताया था कि देशभक्ति किसे कहते हैं!

January 13, 2021

अनिल जैन जयंती विशेष: स्वामी विवेकानंद अगर आज ज़िंदा होते तो उनकी नसीहतें सुनकर हिंदू कट्टरता के प्रचारक उन्हें भी सूडो सेकुलर, शहरी नक्सली या हिंदू विरोधी करार देकर पाकिस्तान चले जाने की सलाह दे रहे होते। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि उनके पास अपना कोई […]

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सुप्रीम कोर्ट की कमेटी में वो ही लोग क्यों जो कृषि क़ानून के पक्षधर हैं?

January 13, 2021

प्रीति सिंह क्या यह महज संयोग है कि सुप्रीम कोर्ट गठित कमेटी के चारों सदस्य कृषि क़ानूनों के पक्षधर हैं? सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी के सदस्यों का चयन करते समय दूसरे पक्ष के लोगों को न सही, निष्पक्ष लोगों पर भी विचार नहीं किया। किसान आन्दोलन के नेताओं ने कमेटी को खारिज करने का मुख्य […]

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शम्सुर्रहमान फ़ारूक़ी के चर्चित उपन्यास क़ब्ज़े ज़माँ’ का हिंदी अनुवाद प्रकाशित

January 12, 2021

कथाकार-आलोचक शम्सुर्रहमान फ़ारूक़ी के चर्चित उपन्यास ‘क़ब्ज़े ज़माँ’ का हिंदी अनुवाद छप गया है. हिन्दी में अनुवाद डॉ. रिज़वानुल हक़ ने किया है यह उपन्यास एक सिपाही की आपबीती के बहाने वर्तमान से शुरू होकर गुज़रे दो ज़मानों का हाल इतने दिलचस्प अन्दाज़ में बयान करता है कि एक ही कहानी में तीन ज़मानों की सामाजिक, […]

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एनहेडुआना : विश्व का सबसे पहला साहित्य लिखने वाली मेसोपोटामिया की महिला

January 12, 2021

श्वेता चौहान महान सर्गोन की पुत्री एनहेडुआना जिसका समय 2285 से 2250 ईसा पूर्व माना जाता है। सर्गोन, प्राचीन सुमेर सभ्यता जिसे उस समय मेसोपोटामिया और अभी इराक की भूमि कहा जाता है, का प्रतापी राजा था।  तीन महान ग्रंथों के अलावा एनहेडुआना ने लगभग 42 कवितायेँ और लिखीं हैं जिसमें उसने अपने जीवन की सारी […]

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रिलायंस खेती के धंधे मेंः किसानों से हुई चावल खरीद की डील

January 12, 2021

रिलायंस रिटेल लिमिटेड ने कर्नाटक के रायचूर जिले में सिंधनूर तालुक के किसानों से 1,000 क्विंटल सोना मंसूरी धान की खरीद का करार किया है। हालांकि इस डील से हर कोई खुश नहीं है। कर्नाटक राज्य रैथा संघ के अध्यक्ष चमारासा मालिपाटिल ने कहा कि कॉर्पोरेट कंपनियां पहले तो किसानों को एमएसपी से ज्यादा दाम की […]

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रैदास के बेगमपुरा में किताबों के लंगर भी होते, काश!

January 12, 2021

संदीप राउज़ी आपको कैसा लगेगा अगर मूंगफली की उम्मीद में बढ़ी आपकी अंजुरी बादाम से भर जाए! आप चाय की तलाश में हैं और आपको गरमागरम दूध का न्योता मिल जाए। प्यास लगी हो और लोग ठेठ मक्‍खन वाली छाछ लिए आपकी सिफ़ारिश कर रहे हों।  टीकरी बॉर्डर पर जमे किसान जत्थों के बीच घूमते […]

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आख़िर लोग वाट्सऐप क्यों छोड़ रहे हैं?

January 11, 2021

राज कुमार वाट्सऐप ने नयी प्राइवेसी पॉलिसी जारी की है। जो 8 फरवरी 2021 से लागू हो जाएगी। आप इस पॉलिसी से सहमत हैं या नहीं ये बात कोई मायने नहीं रखती है। अगर आप वाट्सऐप का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आपको इसे स्वीकार करना ही होगा और सहमति देनी होगी। अगर आप नयी […]

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