फुटबॉल के महान खिलाड़ी डिएगो माराडोना का निधन हो गया। वह 60 साल के थे। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। माराडोना को सर्वकालिक महान फुटबॉलर कहा जाता है। आठ दिन पहले उन्हें इमर्जेंसी ब्रेन सर्जरी के लिए भर्ती करवाया गया था और कल दिल का दौरा पड़ने से निधन की ख़बर आई। इस महान […]
Read Moreअब्दुल्लाह ज़कारिया नदीम ऐसा नहीं कि परवीन ने सिर्फ़ इश्क़ और रूमान को ही अपनी नज़्मों का मौज़ू’ बनाया है, अपनी ज़मीन और उससे जुड़े हुए मसाइल को भी क़लम-बंद किया है। सिंध की बेटी का सवाल ‘‘फ़र्ज़ंद-ए-ज़मीन’’ ‘‘शहज़ादी का अलमिया’’ और ‘‘बहार अभी बहार पर है’’ जैसी नज़्में भी लिखी हैं जो सियासी और […]
Read Moreलाल बहादुर सिंह 26 नवम्बर, हमारा संविधान दिवस है। विडम्बना देखिए देश के सारे किसान व मजदूर संगठन इसी संविधान दिवस के दिन जिंदा रहने और अपनी आवाज़ उठा पाने के न्यूनतम संवैधानिक अधिकार की रक्षा के लिए सड़क पर आ रहे हैं। किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं तो मज़दूर आम हड़ताल। 26 नवम्बर, हमारा संविधान दिवस है। […]
Read Moreभारतीय रिज़र्व बैंक ने हाल ही में बैंक स्वामित्व पर दिशानिर्देशों से सम्बंधित अपने एक आंतरिक कार्य समूह (आइडब्लूजी) की रिपोर्ट जारी की है जिसमें बैंकिंग क्षेत्र में भारतीय कॉरपोरेट प्रतिष्ठानों के प्रवेश का प्रस्ताव रखा है। रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और विरल आचार्य ने एक संयुक्त पर्चा लिखकर इस प्रस्ताव के […]
Read Moreप्रभात पारसी थिएटर में हिंदी परंपरा की नींव रखने वाले इस दिग्गज की राधेश्याम रामायण हिंदी पट्टी के एक बड़े इलाके में कई दशकों से लोकप्रिय रही है बक़ौल मधुरेश, एक नाटककार के तौर पर राधेश्याम कथावाचक एक ओर उर्दू के गढ़ में हिंदी की सेंध लगा रहे थे, वहीं वे हिन्दू आदर्शों के संपोषण […]
Read Moreकैलाश बनवासी की कहानियां आम आदमी और दैनिन्दिन घटनाओं के ईर्दगिर्द बुनी होती हैं और बहुत सहजता से वे अपनी बात पाठकों तक पहुंचाते हैं । ‘लक्ष्य तथा अन्य कहानियाँ ‘ ‘बाजार में रामधन’, ‘पीले कागज की उजली इबारत ‘ कहानी संग्रह एवं ‘लौटना नहीं है ‘उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं । वे श्याम व्यास पुरस्कार, […]
Read Moreअंतोन पावलेविच चेखव (1860-1904) – रूसी कथाकार और नाटककार अंतोन पावलेविच चेखव विश्व के सबसे महत्वपूर्ण लेखकों में से एक हैं। चेखव के लेखन में अपने समय का जैसा गहन और मार्मिक वर्णन मिलता है। चेखव की संवेदना में मानवीयता का तत्व बहुत गहरा है । चेखव की कला में सादगी एक असाधारण शक्ति के रूप में उभरी है […]
Read Moreकेंद्र सरकार की एक अधिसूचना जारी कर आयुर्वेद के विशिष्ट क्षेत्र में पोस्ट ग्रेजुएट चिकित्सकों को ऑपरेशन करने का प्रशिक्षण देने की अनुमति दी गई है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने इसकी आलोचना करते हुए आयुष मंत्रालय को पत्र लिखकर कहा है कि आधुनिक चिकित्सा के सर्जिकल नियमों को अपना बताने का दावा करने के बजाय वह अपने प्राचीन ज्ञान […]
Read Moreरेणु आगाल इस साल का बुकर पुरुस्कार डगलस स्टुअर्ट को उनके पहले उपन्यास शगी बेन के लिए दिया गया है. इस उपन्यास की कथावस्तु 80 के दशक के स्कॉटिश शहर ग्लास्को में गरीबी और शराब की लत से जूझती एक मां को उसके बेटे द्वारा संभालने की कोशिश पर आधारित है. बुकर पुरस्कार देने वाले […]
Read Moreगालिब से लेकर फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ और मंसूर अल हज्जाज से लेकर वोल्टेयर तक सामाजिक-आर्थिक बदलाव के लिए क्रांति और सबकुछ न्यौछावर करने बात की है। आज जब हमारा देश भारी सामाजिक आर्थिक और राजनैतिक चुनौतियों का सामना कर रहा है, उत्पीड़ित जनता की दुर्दशा को दूर करने के लिए बड़ी संख्या में आशिक़ों (वास्तविक देशभक्तों) […]
Read More