रिचर्ड डी. वोल्फ़ ट्रंप का राष्ट्रवाद साफ़ है, लेकिन क्या अमेरिका का पूंजीवाद राष्ट्रवादी चोला पहन सकता है? ट्रंप प्रशासन बड़े स्तर पर ”आर्थिक राष्ट्रवाद” की तरफ़ मुड़ चुका है। ट्रंप प्रशासन, विश्व व्यापार संगठन, नाटो और संयुक्त राष्ट्र पर हमले करता है और उन्हें कमज़ोर बना रहा है। ट्रंप और उनके दूसरे अधिकारी दुनिया…
MASHAHID ABBAS पिछले कुछ सालों से यह चलन तेज़ी से बढ़ता जा रहा है. जिन सीन पर फिल्मों में सेसंर की कैचिंया चल जाती है उन सीन को वेब सीरीज में डालने में किसी भी तरह कि कोई बाधा सामने नहीं आती है. सोशल मीडिया पर वेब सीरीज को सेंसर करने के लिए कई बार आवाज…
1 हम पहाड़ हैं हमारे अंदर से वे कंदराएं बोलती है जिन्हें प्रेम ने वहां सिरज रखा है उन फिसलनदार चट्टानों से आती है आवाजें जो घृणा से उपजी हैं किसी हावभाव से किसी गुमनाम भूआकृति का मिलता है आभास झलकने लगती हैं असंख्य दरारों से निकलकर इधर-उधर बहने वाली छोटी छोटी नदियां हमारे सारे…
Anand K. Sahay Editors have become ‘faceless technicians’ By and large, journalism in India has been a mirror image of its rickety- and tawdry- democracy in the Modi years, and has probably hit its lowest point after the commencement of Prime Minister Narendra Modi’s second term in office in May, 2019, with a bigger mandate…
राहुल संपाल कोरोना महामारी के दौर में संसद के दोनों सदन भले ही स्थगित हैं लेकिन विधायिका का काम थमा नहीं है. 23 मार्च के पहले यानि लॉकडाउन के बमुश्किल सप्ताह भर बाद ही सरकार ने अध्यादेशों के जरिए पुराने कानूनों में जरूरी रद्दोबदल का सिलसिला शुरू कर दिया था. 31 मार्च को पहला अध्यादेश लाने के…
प्रज्ञा पारिजात सिंह अगर पत्नी का सिंदूर ना लगाना पति पर क्रूरता की निशानी है, तो अदालतों को हजारों पेटिशन झेलने के लिए तैयार रहना होगा. हिन्दू मैरिज एक्ट में कहीं सिंदूर या मंगलसूत्र का उल्लेख नहीं है. गुवाहाटी हाई कोर्ट ने इस हफ्ते एक विचित्र ऑर्डर पास किया जिसे मैं कई बार पढ़ चुकी…
लखनऊ हिंसा मामले में तहसीलदार सदर द्वारा दी गई वसूली नोटिस को रद्द कराने के लिए आज ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के राष्ट्रीय प्रवक्ता एस. आर. दारापुरी ने इलाहाबाद उच्चन्यायालय की लखनऊ खंडपीठ में याचिका दाखिल की है। जिसे हाईकोर्ट ने स्वीकार कर डायरी नंबर 6875/ 2020 आवंटित किया है। याचिका में योगी सरकार की…
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने दुनिया के सबसे बड़े जनांदोलन का नेतृत्व किया था. यह जनांदोलन ब्रिटिश साम्राज्यवाद के विरुद्ध था. गांधीजी के जनांदोलन ने हमें अन्यायी सत्ता के विरुद्ध संघर्ष करने के लिए दो महत्वपूर्ण औज़ार दिए – अहिंसा और सत्याग्रह. उन्होंने हमें यह सिखाया कि नीतियां बनाते समय हमें समाज की आखिरी पंक्ति के…
-जाहिद खान हिन्दी सिनेमा में बहुत कम ऐसे निर्देशक रहे हैं, जिन्होंने अपनी सिर्फ एक फिल्म से फिल्मी दुनिया में ऐसी गहरी छाप छोड़ी कि आज भी उसकी कोई दूसरी मिसाल नहीं मिलती। निर्देशक मैसूर श्रीनिवास सथ्यू यानी एमएस सथ्यू ऐसा ही एक नाम और साल 1973 में आई उनकी फिल्म ‘गर्म हवा’, ऐसी ही…
चीन के सम्पूर्णबहिष्कार का नारा देने वाले चीन न बन पाने के दुःख से क्यों भरे हुए हैं? क्या यह अवसरवादी राष्ट्रवाद की वजह से है? इस अवसरवादी और कायर राष्ट्रवाद की चर्चा की प्रासंगिकता इतनी ही है कि इसे मालूम है कि चीन के मामले में वह पराक्रम का जोखिम नहीं ले सकता। लेकिन…
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