गौरव गुलमोहर नई शिक्षा नीति, 2020 आरक्षण के सवाल पर मौन है। कहीं यह आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस ऐलान की परिणति तो नहीं जिसमें उन्होंने आरक्षण की समीक्षा पर बात कही थी। आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी से जुड़े आरक्षण विरोधी मंच गाहे बगाहे आरक्षण को ख़त्म करने की बात उठाते रहे हैं।…
प्रेमचंद की तरह भीष्म साहनी ने भी समाज को उसी बारीकी से देखा-समझा था लेकिन, यह प्रेमचंद से आगे का समाज था इसलिए उनकी लेखनी ने विरोधाभासों को ज्यादा पकड़ा ।उनकी जयंती 8 अगस्त पर पढ़ें उनकी कहानी- चीफ की दावत आज मिस्टर शामनाथ के घर चीफ की दावत थी। शामनाथ और उनकी धर्मपत्नी को…
अगर हम प्रोफेसरों के पदों की बात करें तो यूजीसी के मुताबिक अनुसूचित जाति से आने वाले प्रत्याशियों के लिए आरक्षित 82.82 फीसदी पद, अनुसूचित जनजाति तबके से आने वाले तबकों के लिए आरक्षित 93.98 फीसदी पद और अन्य पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षित 99.95 फीसदी पद आज भी खाली पड़े हैं। असोसिएट प्रोफेसर के…
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने कहा “हमारी दृढ़ राय है कि पुलिस द्वारा इन लोगों के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज किए जाने के कारण वे निश्चित ही मानसिक रूप से परेशान और प्रताड़ित हुए हैं और उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है. छत्तीसगढ़ सरकार को इसका मुआवजा देना चाहिए. अतः मुख्य सचिव के जरिये छत्तीसगढ़ सरकार…
अल्काजी 95 वर्ष की भरपूर उम्र में दुनिया को छोड़ कर गए हैं। लेकिन जाना हमेशा के लिए एक विशाल नाट्य-दृश्य के पर्दे का गिरना है जो अब कभी खुलेगा नहीं। ‘ऐसे किले जब टूटते हैं तो अन्दर से भरभराकर टूटते हैं!’ सन 1972 में जब यह वाक्य दिल्ली के पुराने किले के ऐतिहासिक अवशेषों…
एक साल पहले 5 अगस्त को कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाली धारा 370 को हटाकर राज्य को यूनियन टेरिटरी में बांट दिया गया. इस ऐतिहासिक फैसले को लागू करने के साथ ही भारत सरकार ने कई कड़े फैसले लिए, जिनमें इंटरनेट और दूरसंचार के लगभग सभी माध्यमों को बंद करने का फैसला भी शामिल…
अनिल चमड़िया अंग्रेजी शासनकाल में बाल गंगाघर तिलक ने जिस तरह से प्लेग को धर्म से जोड़ा था वैसा ही कुछ हम आज कोरोना के मामले में देख रहे हैं. कोरोना पहली ऐसी महामारी नहीं है जब उसके बहाने साम्प्रदायिकता का माहौल बनाया गया हो. एक सौ चौबीस साल पहले प्लेग के बहाने साम्प्रदायिकता…
संजय कुमार सिंह एक तरफ तो अखबार अपना काम नहीं कर रहे हैं और दूसरी तरफ प्रचारक राम को नरेन्द्र मोदी से यह कहते हुए दिखा रहे हैं, 2022 तक तुम सभी को घर देने वाले थे, मुझे नहीं पता था मेरा भी घर हो जाएगा। पर मुद्दा यह है कि भगवान को भी घर…
अव्यक्त ‘राम’ भारतीय परंपरा में एक प्यारा नाम है. वह ब्रह्मवादियों का ब्रह्म है. निर्गुणवादी संतों का आत्मराम है. ईश्वरवादियों का ईश्वर है. अवतारवादियों का अवतार है. वह वैदिक साहित्य में एक रूप में आया है, तो बौद्ध जातक कथाओं में किसी दूसरे रूप में. एक ही ऋषि वाल्मीकि के ‘रामायण’ नाम के ग्रंथ में…
अंजलि मिश्रा एक मैथ्स जीनियस पर बनी होने के बावजूद ‘शकुंतला देवी’ संवेदनाओं और भावनाओं को खुद में शामिल करते हुए कोई कंजूसी नहीं बरतती है डिजिटल प्लेटफॉर्म – एमेजॉन प्राइम ,निर्देशक – अनु मेनन ,लेखक – अनु मेनन, नयनिका महतानी,कलाकार – विद्या बालन, सान्या मल्होत्रा, अमित साध, जीशु सेनगुप्ता, शीबा चड्ढा,रेटिंग – 3.5/5, ‘मुझे…
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