Day: October 11, 2020

मंच पर एक जगजीत वो भी थे जो सिर्फ चित्रा के होते थे

October 11, 2020

अंजलि मिश्रा लोगों से बोलते, हंसते, चुटकुले सुनाते और चित्रा पर चुटकियां लेते जगजीत सिंह इस तरह अपनी गायकी में कई और रंग भर देते थे. यह उस ज़माने की बात है जब जगजीत सिंह बांके नौजवान हुआ करते थे और खूबसूरत चित्रा ने गायकी में उनका साथ देना शुरू ही किया था. 1980 के […]

Read More

भारत में न्याय अब एक ऐसा शब्द है जो अपना मतलब खोता जा रहा है – रामचंद्र गुहा

October 11, 2020

भारत में न्याय की चौखट पर वर्ग, जाति और धर्म के आधार पर लंबे समय से भेदभाव होता रहा है. लेकिन हमारे इन निम्न मानदंडों के लिहाज से भी आज का समय असाधारण है भारत में न्याय पाने से जुड़ा है. मेरा मानना है कि भारत में अगर कोई पुलिस, प्रशासन और अदालतों से निष्पक्ष […]

Read More

देश के मौजूदा हालात और जेपी-लोहिया की याद

October 11, 2020

अनिल जैन आज देश के हालात जेपी और लोहिया के समय से भी ज्यादा विकट और चुनौतीपूर्ण हैं लेकिन हमारे बीच न तो जेपी और लोहिया हैं और न ही उनके जैसा कोई प्रेरक व्यक्तित्व। हां, दोनों के नामलेवा या उनकी विरासत पर दावा करने वाले दर्जनभर राजनीतिक दल जरूर हैं, लेकिन उनमें से किसी एक […]

Read More

अर्णब-कंगना के पीछे कौन लोग हैं, हम जानते हैं, पर्दाफ़ाश होगा: संजय राउत

October 11, 2020

आशुतोष सुशांत सिंह राजपूत और बाद में कंगना रनौत के मामले में मीडिया ने शिवसेना और उनकी सरकार को जमकर घेरा। ख़ासतौर पर रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्णब गोस्वामी ने उद्धव ठाकरे को लेकर जिस भाषा का इस्तेमाल किया वो किसी भी नेता के लिए असहनीय हो सकता है। उसके बाद कंगना ने ठाकरे को […]

Read More

नोबेल में कविता की वापसी- मंगलेश डबराल

October 11, 2020

पिछले दो दशकों को देखें तो यह पुरस्कार 21  वर्ष में 19 कथा-लेखकों और सिर्फ़ 2 (बॉब डिलन को जोड़ा जाए तो 3) कवियों के हिस्से में आया है और यह धारणा भी बन गयी थी कि दुनिया में अब उपन्यास का ही बोलबाला है और कविता कहीं हाशिये पर चली गयी है, इसलिए नोबेल […]

Read More

गुरु दत्त की बेचैनी ने उनकी फिल्मों को अमरता दी और उन्हें मौत

October 11, 2020

कविता दुनिया के सर्वकालिक महान फिल्मकारों में शुमार गुरु दत्त को जिस जिद और बैचैनी ने बनाया उसने ही उनका सबसे ज्यादा नुकसान भी किया गुरुदत्त की जिंदगी पर जब भी बात की जाए, अकेले की जानी असंभव है. एक प्रेम त्रिकोण सा इसमें आना ही आना है. इस त्रिकोण के तीन सिरे गुरुदत्त, गीता […]

Read More