अंधेरों में लोगों से छुपकर चूचाप देर रात सन्नाटे में तो सिर्फ गलत काम ही किया जाता है सुन रखा है बचपन से । क्या इसीलिए रात का कर्फ्यू लगाया है कि जनता को घरों में नजरबंद कर तमाम अनैतिक और असंवैधानिक कामों को रात के सन्नाटे में आसानी से अंजाम दिया जा सके ? […]
Read Moreपिछले दो माह से लॉक डाउन , कर्फ्यू, ताली थाली घंटे की नौटंकी के बाद अब कह रहे हैं कोरॉना के साथ ही जीना सीखें। करोड़ों कामगारों को सड़क पे मरने छोड़कर अब हाथ खड़े कर रहे हैं। इतनी बेशर्मी और क्रूरता सिर्फ एक सेडिस्ट ही कर सकता है।क्या कामगार इस देश के नागरिक नहीं […]
Read Moreमुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा राजीव गांधी की पुण्यतिथि 21 मई के दिन प्रदेश में किसानों के लिए ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ लांच की गई है, जो राहुल गांधी की महत्वाकांक्षी ‘न्याय’ योजना का ही परिवर्तित रूप है। इस योजना का महत्वपूर्ण पहलू यह है कि ‘ न्याय ’ योजना के अनुरूप राशि सीधे किसानो […]
Read MoreIn these days of technology, mass hysteria spreads like wildfire, throughout the world, particularly when it is promoted by the rulers and/or religion. Ganapati drinking milk was one example; the skylab falling was another. There were many more such phobia like even the Y2K crisis. In Jharkhand jail a tribal told me that even in […]
Read Moreछत्तीसगढ़ सरकार ने कोटा में फंसे छत्तीसगढ़ के छात्रों को वापस लाने पहल की है । निश्चित रूप से इन छात्रों की घर वापसी का इंतजाम होना ही चाहिए । छत्तीसगढ़ सरकार का ये कदम प्रशंसनीय है ।अपने घरों से सैकड़ों किलोमीटर दूर राजस्थान के कोटा में कोचिंग केंद्रों में पढ़ने वाले छात्र लॉक डॉउन […]
Read Moreसुप्रसिद्ध साहित्यकार,प्रतिष्ठित व्यंग्यकार व संपादक रहे श्री प्रभाकर चौबे लगभग 6 दशकों तक अपनी लेखनी से लोकशिक्षण का कार्य करते रहे । उनके व्यंग्य लेखन का ,उनके व्यंग्य उपन्यास, उपन्यास, कविताओं एवं ससामयिक विषयों पर लिखे गए लेखों के संकलन बहुत कम ही प्रकाशित हो पाए । हमारी कोशिश जारी है कि हम उनके समग्र […]
Read Moreप्रशासन परेशान है कि अचानक बाज़ारों में भीड़ उमड़ आती है और शारिरिक हो या सामाजिक किसी भी दूरी का पालन नहीं हो पाता । लोग हैं कि मानते ही नहीं । एक तो वैसे ही लोग कुछ न कुछ बहाने से लॉक डॉउन का उल्लंघन कर सड़कों पर घूमते रहते हैं ऊपर से अगर […]
Read Moreसुप्रसिद्ध साहित्यकार,प्रतिष्ठित व्यंग्यकार व संपादक रहे श्री प्रभाकर चौबे लगभग 6 दशकों तक अपनी लेखनी से लोकशिक्षण का कार्य करते रहे । उनके व्यंग्य लेखन का ,उनके व्यंग्य उपन्यास, उपन्यास, कविताओं एवं ससामयिक विषयों पर लिखे गए लेखों के संकलन बहुत कम ही प्रकाशित हो पाए । हमारी कोशिश जारी है कि हम उनके […]
Read Moreडॉ.भीमराव आंबेडकर ( 14 अप्रैल 1891- 6 दिसंबर 1956) । बाबा साहेब आंबेडकर एक विश्वस्तर के संविधानवेत्ता , कानूनविद,राजनीतिज्ञ,अर्थशास्त्री और समाज पुनरुत्थानवादी होने के साथ-साथ, भारतीय संविधान के मुख्य शिल्पकार भी थे। अपनी सारी जिंदगी भारतीय समाज में जाति व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष में बिताने वाले डॉ. आंबेडकर को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘भारत […]
Read Moreहर राज्य प्रमुख यानि मुख्य मंत्री को हर समुदाय , जमात और जमातियों के साथ मजबूती से खड़े होना ही चाहिए, हां ये ज़रूर है कि वो किसी भी समुदाय या जमात के उत्पातियों के साथ नहीं हो सकता। और ये तो सच है ही कि हर समुदाय और जमात में उत्पाती होते ही हैं। […]
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