शशि शेखर हाल ही में लैंसेंट साइकियाट्री जर्नल में मानसिक स्वास्थ्य को ले कर एक रिपोर्ट छपी है. यूनिवर्सिटी के साइकियाट्री डिपार्टमेंट के हेड प्रोफेसर इड बुलमोर और उनकी टीम ने इंग्लैंड में कोविड-19 संक्रमण के बीच आयोजित एक सर्वे के आधार पर इस रिपोर्ट को तैयार किया है। बुलमोर कहते हैं कि सबसे महत्वपूर्ण […]
Read Moreएक लेख में कहा गया है कि यदि केरल में कोविड-19 पर शीघ्र विजय प्राप्त की तो इसका श्रेय सुपरहीरोज को नहीं जाता है। वहां के मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री जो किया वह काबिलेतारीफ है परंतु इसका वास्तविक श्रेय वहां की मजबूत स्वास्थ्य अधोसंरचना और नागरिकों की चेतना को जाता है, वहां मैदानी स्तर पर स्वास्थ्य संस्थाओं […]
Read Moreसुप्रसिद्ध साहित्यकार,प्रतिष्ठित व्यंग्यकार व संपादक रहे श्री प्रभाकर चौबे लगभग 6 दशकों तक अपनी लेखनी से लोकशिक्षण का कार्य करते रहे । उनके व्यंग्य लेखन का ,उनके व्यंग्य उपन्यास, उपन्यास, कविताओं एवं ससामयिक विषयों पर लिखे गए लेखों के संकलन बहुत कम ही प्रकाशित हो पाए । हमारी कोशिश जारी है कि हम उनके समग्र […]
Read Moreस्वयं प्रकाश हिन्दी साहित्य का चिरचरिचित नाम है । समाज को जड़ता से बाहर निकाल उसे प्रगतिशील मूल्यों की तरफ चलने को प्रेरित करती सामाजिकता के सरोकार से भरी उनकी कहानियाँ पढने में जितनी सरलता का बोध कराती है उतनी ही ज्यादा वे भीतर से झकझोरती हैं । स्वयं प्रकाश की कहानियाँ पूरे भारतीय समाज […]
Read More21 अप्रैल, 1923 को जन्मे साहित्यकार नंद चतुर्वेदी को लोग प्यार से नंद बाबू कहते थे । ब्रजभाषा से कविताई आरंभ करने वाले नंद बाबू एक कवि के साथ ही बहुत अच्छे गद्यकार भी थे। एक कवि के रूप में नंदबाबू की दृष्टि प्रगतिगामीऔर वैश्विक थी । निबंध संग्रह‘शब्द संसार की यायावरी’ और कविता संग्रह-यह समय मामूली नहीं जैसी […]
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