असग़र वजाहत (जन्म – 5 जुलाई 1946) – हिन्दी साहित्य में कहानीकार एवं नाटककार के रूप में सम्मानित नाम है । कहानी, नाटक, उपन्यास, यात्रा-वृत्तांत, फिल्म तथा चित्रकला आदि विभिन्न क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण रचनात्मक योगदान किया है। इन्होने दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया में लगभग 40 वर्षों तक अध्यापन किया एवं हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष रहे । हम उनके जामिया […]
Read More‘केरल संवाद: कोविड-19 महामारी से बाधित दुनिया में विकास को लेकर पुनर्विचार और पुनरवलोकन’ आज दुनियाभर के अग्रणी विचारकों, नीति निर्माताओं, प्रोफेशनल्स, वैज्ञानिकों और आम जन को एक साझे मंच पर लाने का काम कर रहा है। इसे एक ऐसे माध्यम के तौर पर निर्मित किये जाने की आवश्यकता है जहाँ वे महामारी से बाधित […]
Read More– उषा वैरागकर आठले माना जाता है कि फिल्म का माध्यम निर्देशक का माध्यम होता है। निर्देशक पटकथा प्राय: अपने विज़न के अनुरूप लिखवाता है। फिल्म की शूटिंग के उपरांत अभिनेताओं का फिल्म-निर्माण में रोल खत्म हो जाता है और निर्देशक तथा एडिटर मिलकर फिल्म को अंतिम आकार देते हैं। इस प्रक्रिया में अनेक […]
Read Moreप्रीति सिंह जब पिछड़े वर्ग या अनुसूचित वर्ग के लोगों के संवैधानिक हकों पर डकैती पड़ती है तो सवर्ण समाज को खुशी महसूस होती है. उन्हें इस बात का अहसास नहीं हो पाता कि ताकतवर तबका उनके भी हकों को लूट रहा है. तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में मोबाइल फोन कारोबारी जयराज और उनके बेटे […]
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