उर्मिलेश तमाम विवादों या आरोपों के बावजूद लोकतांत्रिक और सेक्युलर खेमे में शायद ही किसी को इस बात पर असहमति हो कि अग्निवेश एक सेक्युलर स्वामी थे, एक योद्धा स्वामी! आज के दौर में स्वामी कहलाने वाले कई लोग ‘कारपोरेट व्यापारी’ बन गये या सत्ता के ‘धर्माधिकारी’। पर स्वामी अग्निवेश ने वह रास्ता कभी नहीं […]
Read Moreआनंद प्रधान अपराध रिपोर्टिंग के नाम पर सूत्रों पर आधारित अपुष्ट, सनसनीखेज और गैर जिम्मेदार रिपोर्टिंग, पुलिस/जांच-एजेंसियों के प्लांट, चरित्र हत्या, मीडिया ट्रायल के बाद न्यूज चैनलों ने अब सुपारी लेकर निशाना बनाना शुरू कर दिया है. कोई पांच-छह साल पहले जैक जिलेन्हाल की एक फिल्म आई थी- ‘नाईटक्राव्लर’. हॉलीवुड की यह क्राइम थ्रिलर फिल्म, […]
Read Moreजयपुर। हाल ही में लम्बे झगड़े और सत्ता के लिए चले संघर्ष के पश्चात शीर्ष नेतृत्व के हस्तक्षेप से अशोक गहलौत और सचिन पायलट ने दोबारा हाथ मिला लिया था। लेकिन उसी समय से यह सवाल बना हुआ है कि क्या दोनों के दिल फिर मिल पाएंगे? कुछ दिनों की शांति के राजस्थान कांग्रेस में […]
Read Moreअरविंद मोहन जहां अमेरिका ने अपनी जीडीपी का 20 फीसदी राहत पैकेज घोषित किया वहीं, अपने यहां लगभग डेढ़ फीसदी की घोषणा भर हुई और उसमें से भी लघु और सूक्ष्म उद्यमों को कुछ सीधा लाभ हो सकता था पर सब के लिए यह बीस-इक्कीस लाख करोड़ का आर्थिक पैकेजझुनझुना बनकर ही रह गया है। […]
Read Moreहिंदी की प्रगतिशील काव्यधारा के प्रतीक गजानन माधव ‘मुक्तिबोध’ पर यह संस्मरण प्रसिद्ध व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई ने लिखा है—- मुझे याद है, जब हम उन्हें भोपाल के अस्पताल में ले गये और मुख्यमन्त्री की दिलचस्पी के कारण थोड़ा हल्ला हो गया, पत्रकार मित्रों ने प्रचार किया, तब कुछ लोग जो साहित्य की राजधानियों के थे […]
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