प्रवीण शेखर किसी आत्मीय को खो देना और उस विछोह को महसूस करते हुए कुछ कह पाना आसान हरगिज़ नहीं होता. शुक्रवार की शाम को क़ब्रिस्तान से लौटे प्रवीन के लिए भी यह सब कुछ याद करना यक़ीनन ख़ासा तकलीफ़देह रहा होगा. – सं. अलविदा! मेरे सरपरस्त.मेरे SRF चले गए. हमारे शहर के, हमारी तहज़ीब […]
Read Moreनवीन कुमार दिल्ली की सीमा पर डटे किसानों और सरकार के गतिरोध के बीच पूरे देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का इंतजार था कि वो इस गतिरोध खत्म करने का क्या मंत्र देते हैं। तो क्या ऐसा हुआ? क्या वह किसानों में कोई विश्वास जता पाए? क्या उन्होंने कोई नई बात की? क्या […]
Read Moreकृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ चल रहे किसानों के आंदोलन की सबसे ज़्यादा मार रिलायंस पर पड़ रही है। किसानों ने रिलायंस के सारे प्रोडक्ट्स के बहिष्कार का एलान किया हुआ है। जिसमें जियो के नंबर को दूसरे सर्विस प्रोवाइडर मेंपोर्ट कराया जा रहा है। पंजाब में तो रिलायंस के पेट्रोल पंप और रिटेल आउटलेट्स के बाहर लंबे वक्त […]
Read Moreरविकान्त पेरियार की पुण्यतिथि 24 दिसंबर को थी। पेरियार दूरदर्शी थे। उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलन में उपजे राष्ट्रवाद के ख़तरे को भाँपते हुए उन्होंने हिंदुत्व के साथ इसके गठजोड़ की संभावनाओं को देख लिया था। 1937 के चुनाव में मद्रास प्रांत में कांग्रेस की सरकार बनी। सी. राजगोपालाचारी प्रधानमंत्री (वर्तमान के हिसाब से मुख्यमंत्री) बने। उन्होंने स्कूलों में […]
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