डिजिटल मीडिया का गला घोंट देगी यह गाइडलाइन

February 28, 2021

क़मर वहीद नक़वी सरकार की नीयत पर सबसे पहला सवाल इसी तथ्य से उठ खड़ा होता है कि देश की आधी से ज़्यादा आबादी को प्रभावित करने वाले सोशल और डिजिटल मीडिया के नियमन को लाने के पहले इस पर देश भर में व्यापक चर्चा क्यों नहीं हुई? सरकार इसे चुपचाप क्यों ले आई? आख़िर […]

Read More

इंटरव्यू : “रिहाना या ग्रेटा का किसानों का समर्थन करना गलत नहीं”- विनोद के. जोस

February 27, 2021

ज्योतिका सूद “गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में लाल किले की घटना के बाद जो 257 टि्वटर हैंडल सस्पेंड किए गए थे, उनमें ‘द कारवां’ पत्रिका का टि्वटर हैंडल भी शामिल था। ज्योतिका सूद के साथ बातचीत में पत्रिका के कार्यकारी संपादक विनोद के. जोस ने बताया कि सोशल मीडिया, पत्रकार और सरकार कैसे काम कर […]

Read More

रज़ा शताब्दी वर्षः सैय्यद हैदर रज़ा साहब के चित्रों को देखते हुए

February 27, 2021

मुकेश बिजौले भारतीय दर्शन में रज़ा साहब का गहरा विश्वास रहा है यही कारण है कि वे आंतरिक स्तर पर  आध्यात्मिक यात्रा करते हुए विंदु पर एकाग्र हो जाते हैं जो उनकी कला यात्रा का महत्वपूर्ण केंद्रीय रूपाकार है, बल्कि रंग और रूपों के माध्यम से भारतीयता को महसूस कराते हैं। रज़ा साहब भारतीय कला परम्परा […]

Read More

Farm laws and the corporate salt

February 27, 2021

– By Manjunath If the Indian agriculture is the gamble of monsoon, ‘Sarna’ is the choicest bet for the farmers of Chhattisgarh. The Chhattisgarh farmers opt growing this thick rice variety abundantly not to sell in the open market but to the government at the Minimum Support Price (MSP). This high yielding variety but least […]

Read More

राजद्रोह का क़ानूनः सिमटे तो दिले आशिक़ फैले तो ज़माना है

February 27, 2021

अरुण कुमार त्रिपाठी  “आज देश और दुनिया की भलाई इसी में है कि लफ़्ज़े मोहब्बत का दायरा निरंतर फैले और सारे ज़माने को अपने में समेट ले। जबकि राजद्रोह का दायरा निरंतर संकुचित हो…।”जिगर मुरादाबादी से माफ़ी मांगते हुए लफ़्ज़े मोहब्बत के बारे में कही गई उनकी प्रसिद्ध पंक्तियों की विरोधाभासी तुलना राजद्रोह के कानून […]

Read More

गाय हमारी माता है लेकिन भैंस नहीं, क्यों?

February 27, 2021

अंजलि मिश्रा भारत जैसे देश में गाय को महत्व मिलना स्वाभाविक है, लेकिन इस मामले में भैंस, बकरी, ऊंट और भेड़ जैसे पशु उससे इतने पीछे कैसे रह गए? नोएडा के एक प्रतिष्ठित स्कूल में हिंदी के शिक्षक हर्षित रवि को जब ‘कामधेनु गोविज्ञान प्रचार प्रसार परीक्षा’ के बारे में पता चला तो उनका कहना […]

Read More

सूरत नतीजे पर आप और बीजेपी में वाकयुद्ध

February 27, 2021

सूरत में जीत से उत्साहित आम आदमी पार्टी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल 26 फ़रवरी को ख़ुद सूरत पहुंचे और रोड शो किया। रोड शो में उमड़ी भीड़ से केजरीवाल और पूरी पार्टी गदगद दिखाई दी। लेकिन गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कुछ आंकड़े देकर आप पर तंज कसा तो केजरीवाल ने […]

Read More

बंगाल में आठ चरण में चुनाव कराने पर फिर कठघरे में आयोग

February 27, 2021

अनिल जैन चुनाव आयोग ने चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के विधानसभा चुनाव का जो कार्यक्रम घोषित किया है, उससे एक बार फिर जाहिर हुआ है कि केंद्र सरकार ने अन्य संवैधानिक संस्थाओं की तरह चुनाव आयोग की स्वायत्तता का भी अपहरण कर लिया है। इसलिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा […]

Read More

गोलवलकर और हमारा सत्ताधारी दल – राम पुनियानी

February 27, 2021

भारत के वर्तमान सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता भले ही हमारे धर्मनिरपेक्ष-बहुवादी और संघात्मक संविधान के नाम पर शपथ लेते हों परन्तु सच यह है कि यह पार्टी देश को आरएसएस के एजेंडे में निर्धारित दिशा में ले जा रही है. हमारे धर्मनिरपेक्ष-बहुवादी संविधान और आरएसएस के हिन्दू राष्ट्रवाद के बीच जो […]

Read More

शाह की पुलिस के छद्म से उलझता किसान आन्दोलन!

February 26, 2021

विकास नारायण राय किसान आन्दोलन से निपटती या उसे निपटाती अमित शाह की पुलिस के पक्ष में इतना ही कहा जायेगा कि उसने अभी तक गोली न चलाने का संयम दिखाया है। यह केन्द्रीय गृह मंत्री की राजनीतिक विवशता हो तो भी और पुलिस की पेशेवर रणनीति हो तो भी, स्वागत योग्य है। लेकिन कुल […]

Read More