बंगाल की सभी सीटों पर किसान बीजेपी के खिलाफ प्रचार करेंगे ? आशुतोष के साथ चर्चा में आलोक जोशी, विनोद अग्निहोत्री, प्रिया सहगल, सतीश के सिंह, प्रभाकर मणि तिवारी, विजय त्रिवेदी, पुष्पेंद्र चौधरी । पूरी बातचीत समाचार में दी गई लिंक में सुन सकते हैं- सौज- सत्यहिन्दी
Read Moreसिद्धार्थ गांगुली इन नियमों में जो शब्दावली उपयोग की गई है, उसके चलते नए आईटी नियमों की देश में लागू 2 बेहद विवादित और दमनकारी क़ानूनों से तुलना स्वाभाविक हो गई है। ट्विटर और वॉट्सऐप के साथ जारी मौजूदा विवाद के बीच केंद्र ने आईटी एक्ट के तहत नए नियम निकाल दिए हैं। इन नियमों […]
Read Moreयूं तो मुंबई में कई अंडरवर्ल्ड सरगनाओं ने काम किया है लेकिन उनमें से एक नाम ऐसा है जो मुंबई डॉक में कुली के रूप में अपना करियर शुरू करने के बाद न सिर्फ़ बंबई का चोटी का तस्कर बना बल्कि उसने राजनीति में भी अपना हाथ आज़माया. हम बात कर रहे हैं एक ज़माने […]
Read Moreअनिल शुक्ल कृषि क़ानूनों के विरुद्ध शुरू हुए किसान आंदोलन ने आज़ादी के बाद के तेलंगाना आंदोलन के मज़दूर एकता के तत्वों को भी स्वीकार करना प्रारम्भ कर दिया है। टिकैत के सम्बोधन को इसी रौशनी में देखा जाना चाहिये। निजीकरण और बीजेपी की दूसरी आर्थिक नीतियों के विरोध में श्रमिकों का जिस प्रकार का […]
Read Moreएम.ए. समीर नरेंद्र शर्मा पहले मदन मोहन मालवीय की पत्रिका ‘अभ्युदय’ से जुड़े, उसके बाद उन्होंने सिनेमा, आकाशवाणी और दूरदर्शन से भी जुड़े. भारतीय सिनेमा के अभिनय सम्राट को ‘दिलीप कुमार’ नाम देने वाले और भारतीय रेडियो प्रसारण में आकाशवाणी के सबसे लोकप्रिय चैनल ‘विविध भारती ’ को ‘विविध भारती’ नाम देने वाले भी नरेंद्र […]
Read Moreप्रेम कुमार 72 बार देश को ‘मन की बात’ बता चुके हैं पीएम मोदी। मन की बात देखने वाले दर्शकों की संख्या में आश्चर्यजनक तरीक़े से कमी आती गयी है। अब इस कार्यक्रम को नापसंद करने वालों की तादाद हर उस प्लेटफ़ॉर्म पर बढ़ती चली गयी है जहाँ इसका स्ट्रीम लाइन प्रसारण होता है। गुजरात में […]
Read Moreदिल्ली । ‘साहित्य भारतीय भाषाओं में लिखा गया हो या भारतीय भूमि में या भारतीय संवेदनाओं के साथ लिखा गया हो, उसे भारतीय साहित्य के अंतर्गत परिगणित किया जाना चाहिए । भारतीय साहित्य को समझने के लिए भारत को समझना आवश्यक है । भारत एक नक्शा नहीं संस्कृति है अर्थात् भारत को एक भौगोलिक क्षेत्र […]
Read More2002 की हिंसा ने गुजरात में विभाजन मुकम्मल कर दिया। इस हिंसा ने हम जैसे बहुत से ग़ैर गुजरातियों का परिचय गुजरात से करवाया। गुजरात में जो हो रहा था, वह हमारे राज्यों में नहीं हो सकता, इस खुशफहमी में भी हम काफ़ी वक़्त तक रहे। लेकिन वहाँ जो मुसलमानों के साथ किया गया वह […]
Read Moreकोलकाता के ब्रिगेड मैदान में पश्चिम बंगाल विधानसभा के सियासी घमासान का लेफ्ट, कांग्रेस और पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंड (आईएसएफ) ने जोरदार शंखनाद किया। बीजेपी और टीएमसी से खिलाफ एकजुट होकर मुकाबला करने की घोषणा की है। लेफ्ट, कांग्रेस और पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंड (आईएसएफ) चुनाव […]
Read Moreजर्मन तानाशाह अडोल्फ हिटलर एक तिरस्कारी और आत्म-मुग्ध व्यक्ति था. यह बात तो सब जानते हैं लेकिन लोगों को शायद ही यह पता होगा कि ये दुर्गुण उसे अपने पिता से विरासत में मिले थे. एक जैसी ही थी बाप-बेटे की आदतें. ऑस्ट्रिया के मशहूर इतिहासकार रोमान सैंडब्रुगेर ने अपनी नई किताब में हिटलर के […]
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