सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक अहम आदेश में कहा है कि केंद्र या राज्य सरकार में कार्यरत किसी भी कर्मचारी को भी चुनाव आयुक्त नहीं नियुक्त किया जा सकता। अदालत ने कहा कि ऐसा देश भर में कहीं भी नहीं किया जा सकता। शीर्ष अदालत ने यह आदेश इस मंशा से दिया है कि […]
Read Moreदुनियाभर में ब्रिटेन के प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन मार्कल का एक टीवी इंटरव्यू सुर्खियां बटोर रहा है। इसे पिछले दिनों अमेरिका के टीवी चैनल सीबीसी पर प्रसारित किया गया था। इस इंटव्यू में प्रिंस हैरी की पत्नी मेगन ने ब्रिटिश शाही परिवार को लेकर कई खुलासे किए थे। शाही परिवार के इस इंटरव्यू […]
Read Moreलाल बहादुर सिंह किसान आंदोलन इस देश की जनता की सबसे बड़ी उम्मीद है, महज महान प्रेरणा के रूप में ही नहीं, वरन नीतिगत बदलाव की दिशा और सम्भावना की दृष्टि से भी। विश्व इतिहास के गम्भीर अध्येता प्रो. लाल बहादुर वर्मा के शब्दों में यह आंदोलन विश्व-इतिहास की अनूठी घटना है और इससे उचित ही लोगों को […]
Read Moreघरेलू रसोई गैस के दाम सात साल में दोगुने हो गए हैं तो खाने की क़ीमतें पिछले एक साल में 50 फ़ीसदी बढ़ गई हैं। ऐसे में सवाल है कि महंगाई का बोझ आम लोगों पर कितना है? यह समझने के लिए एक तरीक़ा तो मुद्रास्फ़ीति का है जो काफ़ी पेचिदा है। दूसरा तरीक़ा है […]
Read Moreशरद कोकास आज 10 मार्च, सुरेश स्वप्निल का जन्मदिन है । सुरेश स्वप्निल से मेरी पहली मुलाकात मध्यप्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन द्वारा, जानकी रमण महाविद्यालय बलदेव बाग, जबलपुर में आयोजित दस दिवसीय कविता रचना शिविर के प्रथम दिन अर्थात 21 मई 1984 को हुई थी । उन दिनों छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश अलग अलग नहीं हुआ था […]
Read Moreतीन कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए आंदोलन में किसान नेताओं के निशाने पर भाजपा है। ऐसे में हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार को भी दबाव में लाने की कोशिश की जा रही है। 10 मार्च को कांग्रेस की ओर से विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। उससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा के […]
Read Moreशंभूनाथ शुक्ल बंगाल से गुजरात तक और जम्मू से तमिलनाडु तक बीजेपी नेता “जै श्रीराम” का जयकारा लगा ही देते हैं। लेकिन भारतीय समाज की पहचान उसका वैविध्य है, उसकी एकरूपता नहीं।। उसकी राष्ट्रीय एकता उसके वैविध्य से ही उपजी है। यह वैविध्य के अंदर एकता का सूत्र कोई समझौता नही बल्कि स्वाभाविक है। इसे […]
Read Moreवंदिता मिश्रा नामवर सिंह जैसे दिग्गज साहित्यकार के मार्गदर्शन में काम कर चुके पुरुषोत्तम अग्रवाल की नयी पुस्तक ‘कौन हैं भारत माता?’ प्रकाशित हुई। उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के सम्बंध में मिथकों को तोड़ने, सत्य को उभारने और प्रकाश को सही जगह डालने की भरपूर कोशिश की है। पुस्तक में वो नेहरू […]
Read More8 मार्च 2021 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में हिंदी साहित्य परिषद्, हिंदी विभाग, राजधानी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा ‘इको फेमिनिज़्म’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।गूगल मीट पर आयोजित वेबीनार में यह व्याख्यान सुप्रसिद्ध आलोचक प्रो. के. वनजा द्वारा दिया गया। स्वागत व्यक्तव्य देते हुए, कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश […]
Read Moreगायत्री आर्य ऑफिस में क्रेच खोलिए, मांओं को छुट्टी देने में नाक-भौं न सिकोड़िए, महिलाओं पर अश्लील चुटकुले न बनाइए. कुछ भी ऐसा करिए और तब कहिए कि आप महिलाओं का सम्मान करते हो प्रसव का दर्द और मातृत्व का सुख तब भी था जब भाषाएं और सभ्यताएं भी विकसित नहीं हुई थीं. यानी मातृत्व […]
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