बिहार में पुलिस बल के हाथों क्यों कुचली गयी विधायिका ?

March 24, 2021

पुष्यमित्र कई सवाल हैं जो एक दूसरे से पूछने की जरूरत है कि क्या जिस बिहार सशस्त्र पुलिस बल विधेयक को 23 मार्च को पास कराया गया उसे पास कराने से पहले विपक्ष की आपत्तियों का समाधान नहीं होना चाहिये था? विपक्ष ने बहस से बदले सदन को अराजक बनाने का रास्ता क्यों चुना? क्या […]

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दिल्ली को लेकर केंद्र सरकार की साम्राज्यवादी लालसा -अपूर्वानंद

March 24, 2021

सत्ता में आने के बाद संघीय सहकार जैसे चतुर शब्दों का जाप करने के बाद सरकार ने एक के बाद एक ऐसे कदम उठाए हैं जिनसे संघीय भावना धीरे-धीरे क्षरित होती गई है। बीजेपी की “साम्राज्यवादी” और “विस्तारवादी” विचारधारा हर प्रदेश को अपने उपनिवेश में बदल देना चाहती है। दिल्ली को पूरी तरह अपने अँगूठे […]

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शिव सेना संजय राउत बोले- फुस्स हो गया लेटर बम

March 24, 2021

मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों के बाद बीजेपी और शिव सेना में खुलकर जंग हो रही है। महाराष्ट्र बीजेपी के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिला और उसके बाद सरकार की तरफ से शिव सेना सांसद […]

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शहादत दिवस : कैसा था भगत सिंह के सपनों का भारत?

March 23, 2021

रविकान्त  ‘मुझे फाँसी हो जाने के बाद मेरे क्रांतिकारी विचारों की सुगंध हमारे इस मनोहर देश के वातावरण में व्याप्त हो जाएगी। वह नौजवानों को मदहोश करेगी और वे आज़ादी और क्रांति के लिए पागल हो उठेंगे। नौजवानों का यह पागलपन ही ब्रिटिश साम्राज्यवादियों को विनाश के कगार पर पहुँचा देगा। यह मेरा दृढ़ विश्वास […]

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*जो संस्कृति आत्मशोधन करती है, वही जीवित रहती है’ – प्रोफेसर आनन्द कुमार

March 23, 2021

संस्कृति हमें दृष्टि देती है, साध्य देती है। सभी धर्म संस्कृति की देन हैं। संस्कृति संस्थाएं देती है, परिवार संस्था, विवाह संस्था। अलग-अलग काल खण्डों, वर्गों में अलग-अलग परम्पराएं देती है। संस्कृति मनुष्यों को आदर्श देती है; आदर्श परिवार, आदर्श व्यक्ति। भाषा-भूषा, धर्म व भोजन और उच्चतर स्तर पर साहित्य, कला, संगीत ये सभी संस्कृति […]

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क्या धर्मनिरपेक्षता भारत की परंपराओं के लिए खतरा है?- – राम पुनियानी

March 22, 2021

भारत को एक लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश राज से मुक्ति मिली. यह संघर्ष समावेशी और बहुवादी था. जिस संविधान को आजादी के बाद हमने अपनाया, उसका आधार थे स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय के वैश्विक मूल्य. धर्मनिरपेक्षता हमारे संविधान की मूल आत्मा है और इसके संदर्भ में अनुच्छेद 14, 19, […]

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देहरादून के 200 मंदिरों में पोस्टर:‘गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित’

March 21, 2021

ऐश्वर्या एस अय्यर यूपी के गाजियाबाद में एक मंदिर में पानी पीने गए एक मुस्लिम लड़के की पिटाई के कुछ दिन बाद अब देहरादून में 150 से ज्यादा मंदिरों में ‘गैर-हिंदुओं की एंट्री बैन’ घोषित करने वाले पोस्टर लगाए गए हैं. ये दक्षिणपंथी संगठन हिंदू युवा वाहिनी ने किया है. क्विंट ने इस बात की […]

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केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 75% आरक्षित पद रिक्त क्यों?

March 21, 2021

प्रीति सिंह देश के 44 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 6,074 पद रिक्त हैं, जिनमें से 75 प्रतिशत पद आरक्षित श्रेणी के हैं। अन्य पिछड़े वर्ग के आधे से ज़्यादा पद खाली पड़े हैं। प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट में ओबीसी, एससी, एसटी की स्थिति और ख़राब है, जहाँ इस वर्ग के लिए सृजित कुल पदों में 60 […]

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बंगाल चुनाव : दशक बाद नंदीग्राम में लहराए लाल झंडे, वाम के ‘युवा तुर्क’ ने दिग्गजों को ललकारा

March 21, 2021

संदीप चक्रवर्ती तृणमूल कांग्रेस और भाजपा की हिंसा बदस्तूर है, उधर एक प्रखर वक्ता मीनाक्षी मुखर्जी क्षेत्र में शांति लौटाने के लिए लगातार मुहिम चला रही हैं। नंदीग्राम: पश्चिम बंगाल में नंदीग्राम विधानसभा सीट चुनावी लड़ाई का केंद्र बन गई है, जहां तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब दुश्मन बन चुके और भाजपा में […]

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किताबख़ानाः वन अरेंज्ड मर्डर- ‘जब प्यार में आप किसी को गुझिया बुलाने लगें तो ज़रा रुककर सोचना चाहिए’

March 21, 2021

वेस्टलैंड पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित, चेतन भगत की किताब ‘वन अरेंज्ड मर्डर’ का अंश हाय, मेरा नाम केशव राजपुरोहित है और मैं बहुत अच्छा इंसान नहीं हूं. मैं इमोशनल भी नहीं हूं. प्यार-व्यार में मुझको भरोसा नहीं. मैं टिंडर का इस्तेमाल करके लड़कियों से मिलता तो हूं, लेकिन केवल उनके साथ सेक्स करने के मक़सद से. […]

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