लाल बहादुर सिंह 26 नवम्बर, हमारा संविधान दिवस है। विडम्बना देखिए देश के सारे किसान व मजदूर संगठन इसी संविधान दिवस के दिन जिंदा रहने और अपनी आवाज़ उठा पाने के न्यूनतम संवैधानिक अधिकार की रक्षा के लिए सड़क पर आ रहे हैं। किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं तो मज़दूर आम हड़ताल। 26 नवम्बर, हमारा संविधान दिवस है। […]
Read Moreभारतीय रिज़र्व बैंक ने हाल ही में बैंक स्वामित्व पर दिशानिर्देशों से सम्बंधित अपने एक आंतरिक कार्य समूह (आइडब्लूजी) की रिपोर्ट जारी की है जिसमें बैंकिंग क्षेत्र में भारतीय कॉरपोरेट प्रतिष्ठानों के प्रवेश का प्रस्ताव रखा है। रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और विरल आचार्य ने एक संयुक्त पर्चा लिखकर इस प्रस्ताव के […]
Read Moreप्रभात पारसी थिएटर में हिंदी परंपरा की नींव रखने वाले इस दिग्गज की राधेश्याम रामायण हिंदी पट्टी के एक बड़े इलाके में कई दशकों से लोकप्रिय रही है बक़ौल मधुरेश, एक नाटककार के तौर पर राधेश्याम कथावाचक एक ओर उर्दू के गढ़ में हिंदी की सेंध लगा रहे थे, वहीं वे हिन्दू आदर्शों के संपोषण […]
Read Moreकैलाश बनवासी की कहानियां आम आदमी और दैनिन्दिन घटनाओं के ईर्दगिर्द बुनी होती हैं और बहुत सहजता से वे अपनी बात पाठकों तक पहुंचाते हैं । ‘लक्ष्य तथा अन्य कहानियाँ ‘ ‘बाजार में रामधन’, ‘पीले कागज की उजली इबारत ‘ कहानी संग्रह एवं ‘लौटना नहीं है ‘उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं । वे श्याम व्यास पुरस्कार, […]
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